जबलपुर. आल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के निर्देशन में वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के तत्वावधान में आज शुक्रवार 19 सिम्हबर को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर भोजनावकाश में 8वें पे कमीशन की घोषणा के बाद, नोटिफिकेशन मे हो रही देरी एवं कोचिंग डिपों में अनिमित्तायें की समस्याओं के हल ना होने के विरोध में प्रदर्शन करते हुए गेट मीटिंग की गई. इस दौरान रेल कर्मचारियों के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया.आमसभा में यूनियन के जबलपुर मंडल सचिव का. रोमेश ंिमश्रा ने रेल कर्मचारियों का इंटक कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 करना, 10 प्रतिशत इन्टेक कोटे का नोटिफिकेशन निकालना, डयूटी तीनों मौसमों में लंच सहित 08 घंटे किया जाना, ट्रैकमैनों को आईओडी और सिक मेमो के लिए परेशान ना करने, हर यूनिट में सर्वसुविधा युक्त रेस्ट हॉउस बनाने, आरबी-1 क्वार्टर की जगह पर आरबी-2 क्वार्टर दिये जाने, समय पर एनएचए, एनडीए और टीए का भुगतान करना। साथ ही जीडीसीई, एचआरएमएस व कोचिंग डिपो मे व्याप्त समस्याओं एवं सीडीओ द्वारा जारी किये गये तानाशाही आदेशों का विरोध किया गया.
डबलूसीआरईयू कर्मचारियों के संघर्ष करने वाला मजदूर संगठन
इस विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मण्डल सचिव रोमेश मिश्रा ने कहा कि डबलूसीआरईयू संघर्ष करने वाली यूनियन है। प्रत्येक रेल कर्मचारी के हक के लिये हमेशा संघर्ष करती रहेगी। मंडल सचिव, का. रोमेश मिश्रा ने कहा कि 19 सितम्बर 1968 की रेल हड़ताल जो मिनिमम मजदूरी बोनस और डी.ए को लेकर हुई थी, उसमें पुलिस की आमने सामने की गोला बारी में हमारे कामरेड साथी कामरेड देव राज, कामरेड राज बहादूर, कामरेड लक्ष्मण शाह कामरेड गुरदीप सिंह कामरेड गामा नें अपनी शहादत दी थी। इनके संषर्घ के कारण आज हमारा वेतन निर्धारण हुआ है डी.ए मिलता है और अन्य सुविधायें मिल रही है। अत: केन्द्र सरकार शीध्र अतिशीघ्र 8वे पे कमीशन का नोटिफिकेशन जारी करें, अन्यथा भारतीय रेल के समस्त कर्मचारी उग्र आन्दोलन कारने के लिए बाध्य होंगे। सभा को कामरेड सिन्टू सिंह, कामरेड सुशान्त नील शुक्ला, कामरेड संतोष यादव, कामरेड जरनैल सिंह, कामरेड प्रहलाद सिंह, कामरेड निरंजन कामरेड ओम मिश्रा ने सम्बोधित किया एवं इस धरने में जबलपुर मंडल के सभी स्टेशनों से आये लगभग 200 कर्मचारियों ने भाग लिया।