सतना। सतना के नागौद क्षेत्र में किस्त वसूली को लेकर हुए विवाद आज सुबह फाइनेंस बैंक के कर्मचारियों ने गढ़ी टोला वार्ड नम्बर 6 में रहने वाले राजेंद्र प्रसाद सोनी और उनके बेटे निशांत सोनी पर खौलता पानी फेंक दिया। जिससे पिता व पुत्र बुरी तरह झुलस गए। जिन्हे उपचार के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाया गया है। फुटपाथ पर व्यवसाय करने वाले निशांत सोनी ने जना स्मॉल बैंक फाइनेंस से समूह के माध्यम से 75 हजार रुपए का लोन लिया था। उन्हें हर महीने 4100 रुपए की किस्त चुकानी थी। सितंबर माह की किस्त जमा नहीं हो पाई थी, इसके बाद से बैंक कर्मचारी लगातार फोन कर रहे थे। आज सुबह रिकवरी के लिए बैंक कर्मचारी सानिया सिंह परिहार और हर्ष पांडेय निशांत के घर पहुंचे थे। जहां पर हुई बातचीत के दौरान विवाद होने लगा। यहां तक कि बैंक कर्मचारियों ने मारपीट शुरू कर दी। राजेंद्र सोनी नागौद के गांधी चौक में समोसा आलूबड़े का ठेला लगाते हैं। विवाद के दौरान घर पर आलू उबालने गर्म पानी रखा था, जिसे उठा कर बैंक कर्मचारियों ने पिता-पुत्र के ऊपर फेंक दिया। इससे वे बुरी तरह झुलस गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपियों सानिया सिंह परिहार और हर्ष पांडेय के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296, 115(2), 118 (;1), 351 (2) और 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पीडि़त बोला, नौकरी चली गई, बीमार पड़ गया-
पीडि़त राजेंद्र सोनी ने बताया कि उनका बेटा निशांत सोने-चांदी के आभूषण बनाने का कारीगर है। एक दुकान में नौकरी करता था। इसी दौरान 9 माह पहले उसने अपना स्वयं का भी कारोबार शुरू करने के लिए जना स्माल फाइनेंस बैंक से 75000 रुपए का लोन ले लिया था। लेकिन उसका कारोबार नहीं चला। इसी बीच एक माह पहले उसकी नौकरी भी चली गई और बीमार भी हो गया। लिहाजा सिर्फ एक माह की किश्त वह नहीं जमा कर पाया था।
पिता बोले-बेटे ने मजबूरी बताई तो धमकाने लगे-
इसी की वसूली करने आज गुरुवार को कंपनी की कर्मचारी सानिया सिंह एवं हर्ष पांडेय आए तो बेटे ने अपनी मजबूरी बताई। कर्मचारी उसे धमकी देते हुए भद्दी- भद्दी गालियां देने लगे। पिता राजेंद्र सोनी के मना करने पर हर्ष उन्हें भी गालियां देने लगा और घर के अंदर घुस कर सामान उठा ले जाने की धमकी देने लगा। इसी बात में विवाद बढ़ा तो बैंक के और कर्मचारी भी आ गए और मारपीट शुरू हो गई।