माढ़ोताल थाने की घटना, चर्च में जमीन का लालच देखकर धर्म बदलने का आरोप
जबलपुर। जबलपुर में रविवार को उस समय तनाव फैल गया जब माढ़ोताल थाना क्षेत्र के शिव शक्ति नगर स्थित एक चर्च में प्रार्थना सभा के दौरान दो पक्ष आपस में भिड़ गए। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने चर्च पर प्रार्थना की आड़ में धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया, जिसके बाद विवाद इतना बढ़ा कि कुर्सियां उछाली गईं और जमकर पथराव हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और दो युवकों को हिरासत में लिया है।
कुर्सियां उछाली और हिंसक झड़प
घटना रविवार सुबह करीब 11 बजे की है। हिंदू सेवा परिषद के प्रदेश सचिव निखिल कनोजिया के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि चर्च में बड़ी संख्या में बाहरी जिलों से आए हिंदुओं को इकट्ठा किया गया है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वहां करीब 100 से अधिक लोग मौजूद थे, जिन्हें पैसे और जमीन का लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था। परिषद का कहना है कि जब उन्होंने भीड़ के बारे में पूछताछ की, तो चर्च में मौजूद लोगों ने लोहे की रॉड और हॉकी से उन पर हमला कर दिया। वहीं, दूसरी ओर चर्च पक्ष के जितेंद्र बर्मन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि वर्षों से लोग स्वेच्छा से यहां प्रभु की आराधना के लिए आते हैं। जितेंद्र का आरोप है कि 15-20 युवक 'जय श्रीराम' के नारे लगाते हुए चर्च में घुसे और वहां मौजूद महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट की। उन्होंने सवाल उठाया कि जब अन्य धर्मों की पूजा में कोई हस्तक्षेप नहीं होता, तो प्रार्थना सभा को निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
लगातार दूसरे दिन विवाद और पुलिसिया कार्रवाई
हंगामे की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एसआई विनीता गारोत ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ लड़कों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली गई हैं और जांच के आधार पर एफआईआर दर्ज कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि जबलपुर में चर्च विवाद का यह दूसरा मामला है। इससे ठीक एक दिन पहले शनिवार को कटंगा स्थित एक चर्च में भी हंगामा हुआ था। वहां हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि दृष्टिबाधित (ब्लाइंड) बच्चों को जबरन चर्च लाया जा रहा है। शहर में लगातार दो दिनों में हुई इन घटनाओं ने सांप्रदायिक संवेदनशीलता बढ़ा दी है, जिसके चलते पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है।

