जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय के जबलपुर रेलवे स्टेशन पर आज शुक्रवार 19 दिसम्बर की देर शाम एक फर्जी असिस्टेंट लोको पायलट के पकड़े जाने की खबर पर क्रू लॉबी से लेकर रनिंग स्टाफ में हड़कम्प की स्थिति रही। बताते हैं कि आरपीएफ फर्जी लोको पायलट के साथ-साथ लोको फोरमैन से भी पूछताछ कर रही है, क्योंकि जो फर्जी लोको पायलट पकड़ाया है, वह लॉबी से रोज सुबह वाकी टाकी व फॉग डिवाइस इश्यू कराता था और शाम को जमा कर देता था.
रेल सूत्रों के मुताबिक इस मामले उस समय सामने आया, जब लोको पायलट की ड्रेस ब्लू पेंट व आसमानी कलर की शर्ट पहने, हाथ में वाकी-टाकी लिये तथा फॉग डिवाइस (एफएसडी) रखा एक व्यक्ति स्टेशन के पास एक इंजिन में पहुंचा और उसमें बैठे शंटर को किसी बात पर हड़काने लगा. उसकी गतिविधियां शंटर को संदिग्ध लगी तो उसने घटना की सूचना तुरंत ही कंट्रोल को दी, जिसके बाद आरपीएफ व लोको फोरमैन भी पहुंचे और जानकारी ली तो मालूम हुआ कि जो व्यक्ति अपने आप को एएलपी बता रहा है, वह रेल कर्मचारी ही नहीं है, वह फर्जी तरीके से एएलपी बनकर रेलवे की संरक्षा व सुरक्षा को गंभीर चुनौती दे रहा था.
15 दिन से मची थी अंधेरगर्दी, किसकी जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक रेल संचालन से जुड़े प्रत्यक्ष मामले में एक अनजान व्यक्ति रनिंग विभाग में सेंध लगाकर रोजाना सुबह वाकीटाकी व एफएसडी इश्यू कराकर घूमता रहा, किसी को इसकी जानकारी क्यों नहीं लगी. इस मामले में बताते हैं कि आरपीएफ ने लोको फोरमैन को पोस्ट में बुलाकर देर रात तक पूछताछ कर जानकारी जुटाती रही. बताया जाता है कि रनिंग स्टाफ को वाकीटाकी व एफएसडी इश्यू करने का काम निजी हाथो में है, इसलिए स्थिति और गंभीर मानी जा रही है. इस संबंध में जिम्मेदार कुछ भी कहने से बचते रहे.
