आग लगने के बाद ही गायनी ओटी के आसपास स्थित वार्डों को खाली करा लिया गया है और मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन शॉर्ट सर्किट या तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन और दमकल की टीमें मौके पर मौजूद हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं। इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। चर्चाओं में यह बात सामने आई है कि संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व गांधी स्मारक अस्पताल, इन तीनों के पास फिलहाल फायर एनओसी नहीं है। ये तीनों ही अस्पताल नगर निगम के फायर सेफ्टी मानकों को पूरा नहीं करते हैं। नगर निगम आयुक्त पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि निगम की ओर से अस्पताल प्रबंधन को कई बार नोटिस जारी किए गए हैं। लेकिन अब तक फायर एनओसी के पैमाने पूरे नहीं किए गए। उनका कहना है कि चेतावनी दी जा चुकी है। इसलिए आगजनी की स्थिति में नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं होगी।
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