भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल में पदस्थ एक रेल कर्मचारी सूदखोर के चंगुल में इतना बुरा फंस गया कि 3 लाख के कर्ज का पौने 8 लाख चुकाया, फिर भी बदमाशों का मन नहीं भरा तो गत दिवस उसका अपहरण कर 6 लाख के चेक और ले लिये। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है.
बताया जाता है कि भोपाल के छोला मंदिर थाना क्षेत्र में सूदखोरी और गुंडागर्दी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रेलवे कर्मचारी को 3 लाख का कर्ज देकर उससे 7.45 लाख रुपए वसूलने, फिर भी अपहरण, मारपीट और धमकी देने के आरोप में तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि पीडि़त से जबरन 6 लाख रुपए का ब्लैंक चेक भी लिया गया।
सुंदर नगर चांदवाड़ी निवासी मिलन सिंह ठाकुर ने बताया कि उनके पति दीप सिंह ठाकुर रेलवे कर्मचारी हैं। 2 साल पहले उन्होंने राघव कुमार तिवारी से 3 लाख रुपए उधार लिए गए थे। इसमें से 60 हजार ब्याज के नाम पर पहले ही काट लिए और 2.40 लाख रुपए मिले। इसके बावजूद 7.45 लाख रुपए ऑनलाइन दिए जा चुके हैं।
पीडि़ता के अनुसार राघव तिवारी, राधेश्याम गौड़ उर्फ राधे और अन्नु पंडित ने पति का अपहरण कर मारपीट की और ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर कराकर 6 लाख की जबरन लिखा-पढ़ी करा ली। इसके बाद भी आरोपी धमकी देते रहे। इसके बाद भी जान से मारने की धमकी दी गई। जांच के बाद छोला मंदिर पुलिस ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
सूदखोरों के आतंक से जबलपुर में भी कर्मचारी परेशान
यह मामला कोई भोपाल भर का नहीं है, जबलपुर में भी कई सूदखोरों के चंगुल में काफी रेलकर्मी फंसे हुए हैं. कई बार प्रशासन ने ऐसे बदमाश सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई भी की है, लेकिन कुछ दिन की शांति के बाद फिर सूदखोरी का खेल शुरू हो जाता है. बया जाता है कि सूदखोरों का काम कुछ रेल कर्मचारी भी कर रहे हैं और उनके ऊपर बड़े लोगों का संरक्षण है.
