जबलपुर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के भोपाल में आज रविवार 9 नवम्बर को भोपाल में आयोजित 23वां वार्षिक अधिवेशन में तीनों रेलमंडलों जबलपुर, कोटा, भोपाल व कारखानों के रेल कर्मचारियों ने यूनियन महामंत्री कामरेड मुकेश गालव के नेतृत्व में एमपी की राजधानी में अपनी जमकर एकता प्रदर्शित की। इस दौरान ओपीएस सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की व सरकार को चेताया कि रेल कर्मचारियों की अनदेखी उन्हें महंगी पड़ेगी.
देखें वीडियो
इस अधिवेशन में आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशक्न (एआईआरएफ) के महामंत्री का. शिवगोपाल मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस मौके पर श्री मिश्रा ने कहा कि ओपीएस ही कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद सम्मानजनक जीवन यापन का एकमात्र साधन है. इसलिए फेडरेशन लगातार इस दिशा में भारत सरकार पर विभिन्न मंचों पर दबाव बनाये हुए हैं. उन्होंने आठवें वेतन आयोग में कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को जोरशोर से उठाने की बात कही.
डबलूसीआरईयू जो वादा करती है, पूरा कराती है
इस मौके पर डबलूसीआरईयू के महामंत्री का. मुकेश गालव ने तीनों मंडलों से भोपाल अधिवेशन में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे रेल कर्मचारियों द्वारा दिखाई एकता पर कहा कि कर्मचारियों की यह ताकत यूनियन व एआईआरएफ द्वारा जो कर्मचारी हितैषी कार्य किया जाता रहा है, यह उसका विश्वास है. उन्होंने कहा कि यूनियन-एआईआरएफ जो वायदा कर्मचारियों से करती है, वह हर हाल में पूरा करने का प्रयास करती है, वह झूठ वायदे अन्य संगठनों की तरह नहीं करते. इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने दूसरे संगठन द्वारा मान्यता चुनाव में कर्मचारियों से झूठे वायदे किया था, उसकी पोल पिछले एक साल में खुल चुकी है। अभी भी बड़ी संख्या में कर्मचारी यूनियन के पास इस विश्वास के साथ आते हैं कि लाल झंडा वाली यूनियन ही उनका काम करा सकती है. सामने वाले संगठन के नेता सिर्फ हवा-हवाई बातें करते हैं. इस मौके पर कामरेड चंपा वर्मा, इरशाद खान, जबलपुर मंडल सचिव रोमेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता व रेल कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी करते हुए यूनियन के प्रति विश्वास जताते हुए, अपनी मांगें दोहराई.


