नई दिल्ली। कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ सकती है क्योंकि 11 साल बाद EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों की पेंशन में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहा है। लंबे समय से निजी क्षेत्र के कर्मचारी पेंशन राशि बढ़ाने की मांग कर रहे थे। अब नवंबर 2025 में होने वाली बैठक में इस पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। यदि EPFO इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो लाखों पेंशनधारकों की मासिक आय में राहत मिलेगी।
नवंबर 2025 में होने वाली EPFO की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में पेंशन बढ़ोतरी पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर विचार होगा, जिनमें से पेंशन रिवीजन सबसे प्रमुख रहेगा। EPFO अधिकारियों का कहना है कि पिछले 11 वर्षों में महंगाई और जीवनयापन की लागत में भारी वृद्धि हुई है, जबकि पेंशन राशि उसी स्तर पर बनी हुई है। अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो पेंशन में 10% से 25% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे लाखों रिटायर्ड निजी कर्मचारियों को राहत मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों ने पिछले कई वर्षों से EPFO से पेंशन वृद्धि की मांग की है। उनका कहना है कि मौजूदा पेंशन दरें वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में पर्याप्त नहीं हैं। सरकार ने इस बार संकेत दिया है कि वह कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय ले सकती है। अगर EPFO बोर्ड इसकी मंजूरी देता है, तो यह फैसला 1 अप्रैल 2026 से प्रभावी हो सकता है। इससे न केवल मौजूदा पेंशनर्स बल्कि भविष्य में रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा।
अगर प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है, तो बढ़ी हुई पेंशन दरें वित्त वर्ष 2026-27 से लागू हो सकती हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि पेंशन में 15% तक की वृद्धि संभव है। उदाहरण के लिए, जिन कर्मचारियों को वर्तमान में ₹3000 पेंशन मिलती है, उनकी राशि ₹3450 तक बढ़ सकती है। EPFO ने इसके लिए आकलन रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसमें फंड की उपलब्धता और संभावित प्रभाव का अध्ययन किया गया है। इस रिपोर्ट को वित्त मंत्रालय के साथ साझा किया जाएगा। सरकार के अनुमोदन के बाद नई दरें घोषित की जाएंगी। इससे करोड़ों निजी कर्मचारियों को एक बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
महंगाई लगातार बढ़ रही है, जिससे पेंशनभोगियों के खर्चों पर असर पड़ा है। खासकर प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए यह पेंशन जीवन का सहारा होती है। पिछले 11 वर्षों से न बढ़ने के कारण कई पेंशनर्स आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में EPFO द्वारा पेंशन में बढ़ोतरी करना उनके लिए राहत की सांस जैसा होगा।
