पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत देते हुए विजय राउत, शैलेष आमाडारे, सागर खोब्रागढ़े, गुनेश नागेश्वर, रजत श्रीवास्तव और ओमप्रकाश खरे सहित कई युवकों ने खुशाल नेवारे ने जिले के लगभग 90 लोगों से रेलवे मालगोदाम में नौकरी लगाने के बहाने 39 लाख रुपए की ठगी की है। नेवारे ने खुद को भारतीय रेलवे गोदाम श्रमिक यूनियन का सदस्य बताया था। 2022 में उसने युवाओं को यूनियन में सुपरवाइजर, क्लर्क, चपरासी व लेबर पदों पर भर्ती कराने का लालच दिया। इसके बाद उसने उनसे फॉर्म भरवाए। पीडि़तों को जिले के किरनापुर, महाराष्ट्र के आमगांव, रांची और दिल्ली ले जाकर यह विश्वास दिलाया गया कि उनकी नौकरी पक्की हो गई है। नेवारे ने उन्हें रेलवे मालगोदाम श्रमिक यूनियन के पहचान पत्र भी दिए थे। युवाओं ने बताया कि इस भरोसे पर उन्होंने श्रमिक यूनियन अध्यक्ष के खाते में 1 लाख 45 हजार रुपए, घनश्याम ओराने के खाते में 92 हजार 500 रुपए, शिशिर ओराने के खाते में 30 हजार रुपए और अमित गुप्ता के खाते में 50 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। हालांकिए उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली। जब नौकरी नहीं मिली और युवाओं ने अपने पैसे वापस मांगे तो नेवारे टालमटोल करने लगा। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से खुशाल नेवारे के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने और उनकी राशि वापस दिलाने की मांग की है।