खबर है कि ट्रेन के एस-6 कोच में शौचालय की अंडरग्राउंड पाइपलाइन फटने से पानी फैल गया था। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस घटना से गुस्साए यात्रियों ने कैरिज एंड वैगन (सीएडंडब्ल्यू) विभाग के एक कर्मचारी को लगभग 25 मिनट तक ट्रेन में ही रोक लिया। यात्रियों ने पाइपलाइन लीकेज की शिकायत पहले रेल मदद नंबर 139 पर की थी। भोपाल स्टेशन पर ट्रेन अटेंड की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। इसके बाद ट्रेन निर्धारित समय से 20 मिनट पहले सुबह 11.10 बजे बीना स्टेशन पहुंची। कंट्रोल से सूचना मिलने पर सीनियर टेक्नीशियन कैलाश गोटीराम और टेक्नीशियन अनिल बामने कोच एस-6 में पहुंचे। जांच के बाद उन्होंने बताया कि तकनीकी कारणों से लीकेज बीना में ठीक नहीं हो सकेगा और इसका प्राथमिक उपचार झांसी में किया जाएगा। इतना सुनते ही यात्री भड़क गए और उन्होंने दोनों कर्मचारियों को कहा कि जब तक लीकेज ठीक नहीं होगा, तब तक उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। स्थिति तनावपूर्ण हो गई और यात्रियों ने एक कर्मचारी को रोक लिया। खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे सीनियर सेक्शन इंजीनियर आनंद शेषा, डिप्टी स्टेशन मास्टर एससी सक्सेना, आरपीएफ व जीआरपी ने यात्रियों को समझाकर शांत कराया। इसके बाद कर्मचारी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। समझाइश के बाद यात्री शांत हुए और ट्रेन को सुबह 11.45 बजे बीना से रवाना किया गया।