जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे ने गत अक्टूबर माह में कबाड़ (स्क्रैप) से 52 करोड़ रुपयों से अधिक का राजस्व अर्जित किया है. रेल मंत्रालय द्वारा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक शुरू किए गए एक महीने के विशेष अभियान 5.0 में पश्चिम मध्य रेल ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छता, लंबित मामलों का निपटान और प्रभावी अभिलेख प्रबंधन करना था। यह अभियान रेलवे बोर्ड की गहन निगरानी और मार्गदर्शन में सभी क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों में लागू किया गया।
इस विशेष अभियान 5.0 में पश्चिम मध्य रेलवे स्क्रैप डिस्पोजल का लक्ष्य पूरा करने में हमेशा ही अग्रणी रहा है। जिसने विशेष अभियान 5.0 के दौरान रूपये 51 करोड़ 70 लाख का स्क्रैप डिस्पोजल किया है, जबकि इस कैंपेन के लिए रेलवे बोर्ड का टारगेट रूपये 32 करोड़ था। यह निर्धारित अनुपातिक लक्ष्य से 162 प्रतिशत अधिक है, जो सभी जोनल रेलवे के लिए तय नेशनल स्क्रैप सेल टारगेट में काफी मदद करता है।
स्क्रैप डिस्पोजल होने से महत्वपूर्ण फायदे
- रेलवे में स्क्रैप निपटारा होने से खाली जगहों की कई उपयोगिता साबित हुई है।
- रेलवे में स्क्रैप निपटान से राजस्व में वृद्धि होती है। साथ ही अन्य स्रोत की आय में भी बढ़ोत्तरी हुई।
- स्क्रैप निपटान से खाली हुई जगह को अन्य रेलवे द्वारा गतिविधियों के लिए उपयोग में लायी जा सके।
- इस निपटान से रेल खंड भी साफ-सुथरा रहता है जो यात्रियों को सुगम एवं अच्छा यात्रा का अनुभव कराता है।
- इसके साथ ही स्क्रैप मटेरियल में कमी होती है।
पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के निरंतर प्रोत्साहन और निर्देशन एवं समस्त विभागाध्यक्षों विशेष तौर पर प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक एवं जबलपुर, भोपाल एवं कोटा मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों, भोपाल एवं कोटा कारखाना के मुख्य कारखाना प्रबंधको के टीम द्वारा कार्य किया गया है। ये उपलब्धियां सभी स्तरों पर रेलवे कर्मचारियों के मजबूत प्रयासों और विशेष अभियान के उद्देश्यों के प्रति पश्चिम मध्य रेलवे की निरंतर प्रतिबद्धता को उजागर करती हैं।
