जबलपुर. ट्रेनों के माध्यम से शराब की तस्करी की घटना आम है. खासकर कोच के टायलेट में ऊपर की सीट खोलकर उसमें छुपाने का मामला लगातार सामने आता रहा है, लेकिन इस बार स्मगलरों ने नया तरीका खोज निकाला है. वे एसी कोच अटेंडेंट के साथ मिलीभगत कर कोच के नीचे लगी बैटरी बाक्स में शराब की बोतलें ले जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला आज शनिवार 18 अक्टूबर की सुबह जबलपुर में सामने आया है, जहां पर कोच अटेंडेंट चित्रकूट एक्सप्रेस के एसी कोच की बैटरी बाक्स में शराब की बोतलें छुपाता दिखा. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.
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बताया जाता है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. लेकिन वहां पर शराब की तस्करी का धंधा काफी फलफूल रहा है. लखनऊ से चलकर जबलपुर आयी चित्रकूट एक्सप्रेस आज सुबह जब कोचिंग यार्ड में पहुंची, तभी उसके एसी कोच एम-1, संख्या 222886 में एक युवक जो एसी कोच अटेेंडेंट बताया जा रहा है, वह कोच के नीचे लगी बैटरी बाक्स में शराब की बोतलों के पैकेट को छुपाकर रख रहा था. उसकी इस हरकत को देख रहे रेल कर्मचारियों ने उसकी वीडियो भी बना ली और आरपीएफ को सूचित किया। बताया जाता है कि आरपीएफ स्टाफ मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की. इस मामले में क्या कार्रवाई हुई, इसकी जानकारी नहीं लग सकी है.
चित्रकूट एक्सप्रेस का यही रैक बरौनी तक जाता है
बताया जाता है कि चित्रकूट एक्सप्रेस से व्हाया लखनऊ होकर बिहार के बरौनी ले जाना का धंधा काफी समय से फलीभूत हो रहा था. यही रैक जबलपुर से चलकर लखनऊ जाता है, जहां पर कुछ घंटों बाद यही रैक बरौनी (बिहार) के लिये नई ट्रेन बनकर चला जाता है. शराब स्मगलर इस धंधे में एसी कोच अटेंडेंट को शामिल कर यह काला धंधा चला रहे हैं.
बड़े अग्नि हादसे का कारण बन सकता है
यह सर्वविदित है कि शराब ज्वलनशील होता है, इसमें जल्दी आग पकड़़ लेती है और आज जो घटना सामने आयी है, शराब की बोतलें बैटरी बाक्स में छुपाकर रखी जा रही थी. यदि बैटरी में शार्ट सर्किट होता है तो उसमें रखी शराब की बोतलों में भी आग पकड़ सकती है, जो बड़े रेल हादसे का कारण बन सकती है.