भोपाल से जिला शिक्षा अधिकारी को मिले निर्देष,अतिथि षिक्षकों पर खास फोकस,अक्टूबर से नहीं मिलेगी रियायत
जबलपुर। स्कूल शिक्षा विभाग ई-अटेंडेंस को लेकर और सख्ती बरतने जा रहा है। लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला षिक्षा अधिकारी कार्यालय को ताजा निर्देष दिए हैं कि जबलपुर जिले की ई-अटेंडेंस की रोज समीक्षा की जाएगी और जहां लापरवाही होगी, वहां रोज कार्रवाई की जाए। विभाग ने कहा है कि दीवाली के बाद डेली रिपोर्ट के आधार पर काम किया जाएगा। माना जा रहा है कि कई तरह के कारण बताकर ई-हाजिरी से बचने वालों के लिए मुष्किलें बढ़ती जा रही हैं।
-अतिथियों को दी राहत अस्थायी
उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने ई-अटेंडेंस सिस्टम चालू कर इसे वेतन से जोड़ दिया है। बिना ई-अटेेंडेंस के वेतन नहीं देने का प्रावधान है और इस पर सख्ती से अमल भी किया जा रहा है। जिले भर के अतिथि शिक्षकों को ई-अटेंडेंस के अभाव में वेतन नहीं दिया जा रहा है। हालांकि दीवाली महापर्व को देखते हुए राज्य सरकार ने उन्हें कुछ राहत दे दी है। अतिथि शिक्षकों को बिना ई-अटेेंडेंस के ही दो माह का वेतन देने का फैसला लिया गया है। हालाकि, सरकार ने राहत अस्थायी तौर पर दी है,आने वाले समय में उन्हें ई-हाजिरी लगानी ही होगी।
-स्कूल प्रभारी की बढ़ी जिम्मेदारी
लोक शिक्षण आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार किसी कारणवश किसी दिन की ई-अटेंडेंस दर्ज नहीं करने वाले अतिथि शिक्षकों के लिए स्कूल प्रभारी उपस्थिति पंजी के आधार पर सत्यापित प्रति पोर्टल 3.0 पर अपलोड करेंगे। इसके बाद उन दिनों का मानदेय देयक पोर्टल से जनरेट हो सकेगा। शिक्षा विभाग के सभी संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट कहा गया था कि अतिथि शिक्षकों सहित सरकारी स्कूलों के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों का अक्टूबर का वेतन ई-अटेंडेंस के आधार पर ही आहरित किया जाएगा। जो कर्मचारी अधिकारी ई-अटेंडेंस नहीं लगा रहे हैं उनका वेतन नहीं निकाला जाएगा। विभाग के नियमित शिक्षकों के लिए भी ई-अटेंडेंस अनिवार्य है। लोक शिक्षण संचालनालय ने साफ कर दिया है कि इसे उदाहरण नहीं समझा जाए।
