दमोह सतरिया कांड: पीडि़त युवक ने अपने आप को कमरे में किया बंद, खिड़की से कहा मुझे न्याय मिल गया, नेता बोले डरा हुआ है परिवार

 

दमोह। एमपी के दमोह स्थित ग्राम सतरिया में हुई पैर धोने की घटना के पीडि़त युवक से मिलने आज जब ओबीसी महासभा के पराधिकारी पहुंचे तो उसने परिवार सहित अपने आप को कमरे में बंद कर लिया। युवक ने युवक ने खिड़की से बात करते हुए कहा कि उसे सरकार से न्याय मिल गया है। वह अब किसी के साथ नहीं जाना चाहता। उसने स्पष्ट किया कि उसे जो न्याय चाहिए था, वह उसे प्राप्त हो चुका है।                                                                     
                         इस घटना को लेकर आज ओबीसी महासभा से जुड़े पदाधिकारियों ने दमोह में प्रदर्शन किया। उन्होंने महाराणा प्रताप मैदान पर आमसभा की और शहर में रैली निकालकर कलेक्ट्रेट में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ओबीसी महासभा के कार्यकारी सदस्य धर्मेंद्र कुशवाहा ने पीडि़त युवक के बयान पर असहमति जताई। उन्होंने कहा कि परिवार डरा हुआ है और युवक ने ऐसा नहीं कहा है। कुशवाहा ने दावा किया कि युवक और उसका परिवार उनके साथ आया था।  महासभा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और न्यायालय से भी इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रही है। सतना विधायक की ओर से पीडि़त परिवार के चाचा से मैला खाने की बात पर कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने वीडियो नहीं देखा, लेकिन यदि ऐसा कहा गया है तो वे उस बयान की निंदा करते हैं। वहीं दमोह सीएसपी एचआर पांडे ने बताया कि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और उन पर एनएसए लगाया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि ओबीसी महासभा ने अपने ज्ञापन में एससी/एसटी एक्ट व धारा 353 के आरोपी दृगपाल लोधी की गिरफ्तारी का विरोध किया है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि लोधी का सतरिया गांव की घटना से कोई लेना-देना नहीं है, उसे अस्पताल चौराहे पर एक पुलिस आरक्षक को चप्पल मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।


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