जबलपुर में एक साल बाद फिर शुरु हुई राशन कार्ड बनने की प्रक्रिया,कलेक्टर कार्यालय में जारी है आवेदनों का सत्यापन
जबलपुर। करीब एक साल के अर्से के बाद जबलपुर में एक बार फिर से नए राशन कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। दस्तावेजों के साथ कोई भी जरूरतमंद कलेक्टर कार्यालय में आवेदन जमा कर सकता है। जो लोग दुनिया में नहीं है, उनके नाम का मुफ्त सरकारी राशन लेने वालों के दिन अब लद चुके हैं। जबलपुर में करीब साढ़ चार हजार मृतकों के नाम काट दिए गये हैं और अब उनकी जगह जिंदा लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं। पहले से जिन लोगों ने राशनकार्ड में नाम जोड़ने का आवेदन किया था, ऐसे लोगों के नाम पात्रता सूची में जोड़़े जा रहे हैं। वहीं, नए आवेदनों का सत्यापन भी जारी है।
-क्या है पूरा राशन का गणित
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अनुसार केंद्र सरकार ने जबलपुर सहित प्रदेश में लोगों को राशन देने का कोटा तय किया था। यह कोटा पूरा हो चुका था, जिस वजह से नए पात्र लोगों के नाम नहीं जुड़ पा रहे थे। इस वजह से विभाग ने विशेष सर्वे अभियान शुरू करवाया था। इस सर्वे में पता चला कि जबलपुर जिले के साढ़े चार हजार लोग ऐसे हैं जो वर्तमान पते व जिले में निवास नहीं कर रहे हैं और किसी अन्य जगह पर पहुंच गए हैं लेकिन उनके नाम जुड़े हुए हैं। तो वहीं कुछ ऐसे लोग थे जिनकी मृत्यु हो चुकी है लेकिन उनके नाम नहीं हटाए गए थे। सर्वे के बाद जनवरी से अब तक ऐसे लोगों के नाम विभाग ने हटा दिए हैं। जिससे नए राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वाले लोगों के लिए जगह बन गई है। इसके बाद नए राशनकार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके तहत ई-केवाईसी करने के बाद लोगों को पात्रता पर्ची देने का काम तेजी से किया जा रहा है।
-आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन
नए राशनकार्ड के लिए मिले आवेदनों की इस बार बारीकी से पड़ताल हो रही है। कहा गया है कि जो लोग ई-केवाईसी करवाएंगे उनके नाम से पात्रता पर्ची जारी कर दी जाएगी। ई-केवाईसी के दौरान पात्रता-अपात्रता का सत्यापन किया जा रहा है। गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वालों की श्रेणी में सरकारी राशन लेने के लिए नाम जुड़वाने की प्रक्रिया सरकार ने पूरी तरह ऑनलाइन कर दी है। किसी सुविधा केंद्र में जाकर पात्रता की शर्तें पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति अपने दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकता है।