जिला शिक्षा अधिकारी के दखल के बाद अंजुमन इस्लामिया स्कूल ने शाम को वापिस लिया अपना फरमान
जबलपुर। अंजुमन इस्लामिया स्कूल प्रबंधन को अपना वो फरमान 24 घंटे के भीतर ही वापिस लेना पड़ा,जिसमें उसने साप्ताहिक अवकाश के लिए रविवार की जगह शुक्रवार को मुकर्रर किया था। इस प्रकरण मंे भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कड़े एतराज के बाद सुबह से ही हलचल शुरु हो गयी थी। मोर्चा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर इस बदलाव से अवगत कराया। दोपहर बाद जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने स्कूल प्रबंधन से बात की,उन्हें समझाया और तब ये आदेश वापिस लिया गया। स्कूल के आदेश में कहा गया था कि नए सत्र 2025-26 में अब स्कूल शुक्रवार को बंद रहेगा और रविवार को खुलेगा। हंगामा तब मचा, जब अभिभावकों के पास शुक्रवार की छुट्टी का मैसेज पहुंचा।
-दोनों पक्षों के अपने-अपने तर्क
इस आदेश को जारी करने के पीछे अंजुमन इस्लामिया के स्कूल प्रबंधन ने कहा कि चूंकि शुक्रवार को जुमे की नमाज होती है इसलिए बच्चे नहीं आते,लिहाजा शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश का ऐलान किया गया। प्रबंधन ने बताया कि स्कूल में करीब 700 बच्चे हैं,लेकिन शुक्रवार को दस प्रतिशत बच्चे ही स्कूल आते हैं। वहीं, इस आदेश का विरोध करने वाले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि स्कूल का अवकाश धार्मिक आधार पर नहीं किया जा सकता और कोइ्र भी स्कूल इसके लिए स्वतंत्र नहीं है, यदि इस आदेश को वैधता प्रदान की गयी तो कइ्र और स्कूल ऐसा ही करने लगेंगे।
-आदेश वापिस लिया गया
अंजुमन इस्लामिया स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारियों से आज बात की गयी और उन्हें नियमों के बारे में समझाइश दी गयी, तब उन्होंने शुक्रवार की छुट्टी वाले आदेश को निरस्त कर दिया है।
घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी
