वायरल वीडियो में स्पष्ट नजर आ रहा है कि कुछ छात्राएं स्कूल ड्रेस में शराब की दुकान के सामने पहुंची हैं। इससे पहले छात्राओं ने अपने सिर पर दुपट्टा डाल लिया, ताकि उनका चेहरा कोई न देख ले। काउंटर से शराब खरीदने के बाद छात्राएं आनन-फानन वहां से चली गई। एसडीएम ने स्कूली छात्राओं के शराब खरीदने की पुष्टि की है। वहीं आबकारी अधिकारी रामजी पांडे का कहना है कि शराब खरीदने वाली लड़कियों की उम्र 18 वर्ष से कम है या अधिक, इसकी जांच की जाएगी। अवयस्क को शराब बेचना जीएलसी (जनरल लाइसेंस कंडीशन) का उल्लंघन है। पूरा प्रकरण तैयार कर निर्णय के लिए कलेक्टर को भेजा जा रहा है। वही दूसरी ओर मामले को अब राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। पूर्व विधायक व कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ अशोक मर्सकोले ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने इसे प्रदेश सरकार और आबकारी विभाग की बड़ी लापरवाही बताया। डॉ मर्सकोले ने कहा कि जिस समय इन बच्चियों को विद्या के मंदिर में होना चाहिए वे अंग्रेजी शराब दुकान से शराब खरीद रही हैं। डॉ मर्सकोले ने आगे कहा कि जब केंद्र की रिपोर्ट के आधार पर जीतू पटवारी ने प्रदेश में शराबखोरी को लेकर सवाल उठाए थे। तब भाजपा नेताओं ने उनके पुतले दहन किए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि आज जब मंडला के नैनपुर में छात्राएं शराब खरीद रही हैं, तब वही नेता और नारी शक्ति कहां हैं।