जबलपुर । देश की बढ़ती यातायात आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे वर्तमान में बुनियादी ढाँचे के निर्माण और क्षमता वृद्धि पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए तीव्र गति के साथ-साथ गुणवत्ता और संरक्षा बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेल द्वारा भी अधोसंरचनात्मक निर्माण और क्षमता वृद्धि पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहा है। जिसके तहत पश्चिम मध्य रेल निर्माण विभाग ने "संरक्षा और गुणवत्ता जांच सूची" संकलित कर बुकलेट तैयार की गई है।
महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय द्वारा पश्चिम मध्य रेल निर्माण विभाग की "संरक्षा और गुणवत्ता जांच सूची" बुकलेट का विमोचन किया गया। यह बुकलेट कार्य के विभिन्न महत्वपूर्ण मदों के लिए संरक्षा और गुणवत्ता की एक संकलित जाँच सूची तैयार करने में महत्वपूर्ण कार्य करेंगी। साथ ही यह क्षेत्रीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में मदद करेगी और सभी हितधारकों के समन्वित प्रयासों से इस बड़े कार्य को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगी। निर्माण अधिकारी इस जाँच सूची का सर्वोत्तम उपयोग कर सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण कार्यों का एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर सकते है।
गुणवत्ता और संरक्षा जांच सूची का महत्व
रेलवे ने महसूस किया है कि निर्माण की आवश्यक तेज़ गति के दौरान गुणवत्ता और संरक्षा में शॉर्टकट लेने की प्रवृत्ति हो सकती है। यह बुकलेट इस समस्या को दूर करने के लिए एवं कार्य के महत्वपूर्ण मदों के लिए संरक्षा और गुणवत्ता की एक जाँच सूची संकलित करने का कार्य करेगी।
जांच सूची के लाभ
जागरूकता बढ़ाना: यह सूची सभी आवश्यक पूर्व-निर्माण और निर्माण गतिविधियों के लिए भारतीय रेलवे निर्माण मैनुअल, अन्य मैनुअल और रेलवे बोर्ड के निर्देशों से संकलित की गई है। संरक्षित और गुणवत्तापूर्ण कार्य: यह क्षेत्र पर्यवेक्षकों और निरीक्षण अधिकारियों/सलाहकारों को साइट पर सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के लिए एक निरंतर अनुस्मारक के रूप में काम करेगी।