पमरे से दिल्ली पहुंचे ट्रैकमेंटेनरों ने बुलंद की पुरानी पेंशन की मांग, जंतर-मंतर पर आरकेटीए का विशाल धरना

 
जबलपुर. रेलवे कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया। रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन (आरकेटीए) के बैनर तले पिछले दिनों (बुधवार) को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, भोपाल व कोटा मंडलों सहित देशभर से बड़ी संख्या में ट्रैकमेंटेनर शामिल हुए।

प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को दोबारा लागू करने की मांग था। ट्रैकमेंटेनरों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को समय रहते नहीं माना गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

ये प्रमुख मांगें उठाई

आरकेटीए ने पुरानी पेंशन के अलावा अपनी अन्य प्रमुख मांगों को भी प्रमुखता से उठाया। ये मांगें ट्रैकमेंटेनरों के लिए बेहतर कार्यदशा और सम्मानजनक भविष्य सुनिश्चित करने से संबंधित हैं

-सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में बैठने की अनुमति देना।

- ट्रैकमेंटेनर और इंजीनियरिंग विभाग के आर्टिजन स्टाफ को हर महीने ?10,000 जोखिम भत्ता देना।

-ट्रैकमेंटेनर्स को भी अन्य विभाग के सीनियर टेक्नीशियन/एमसीएम की तरह 4200 ग्रेड पे तक प्रमोशन देना।

-पेट्रोलिंग बीट लेंथ को 10 किलोमीटर तक कम करना और दो पेट्रोलमैन को एक साथ चलाना।

-कर्मचारियों को रक्षक डिवाइस उपलब्ध कराना।

-ड्यूटी रोस्टर को लंच आवर के साथ 8 घंटे का करना।

-जूते के लिए नगद पैसे देना।

-अन्य विभागों में स्थानांतरण की सुविधा देना।

- ट्रैकमेंटेनर्स राहत कोष बनाना और माता-पिता को भी आश्रित मानना।

-जीडीसीई और इंटक कोटे के तहत खाली पदों को भरने की मांग।

देश भर से जुटे ट्रैकमेंटेनर

इस विरोध प्रदर्शन में देश के कोने-कोने से ट्रैकमेंटेनर पहुंचे। पश्चिम-मध्य रेलवे जोनल अध्यक्ष वीर सिंह सैनी के साथ जबलपुर, कोटा व भोपाल मंडल से भी बड़ी संख्या में ट्रैकमेंटेनरों ने भाग लिया, जिससे यह धरना काफी प्रभावी रहा। रेलवे कर्मचारियों ने एकजुट होकर सरकार और रेलवे प्रशासन से अपनी मांगों पर जल्द कार्रवाई करने की अपील की।

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