खरगोन. मध्यप्रदेश में इंदौर-खंडवा रेलवे ब्रॉडगेज कन्वर्जन लाइन का काम कई महीनों से जारी है। बलवाड़ा से मोरटक्का तक केइसी इंटरनेशनल कंपनी को केंद्र सरकार के द्वारा टेंडर दिया है। कंपनी के द्वारा रेलवे लाइन में आउटसोर्स श्रमिकों के लिए पेटी कांट्रेक्टर रखा है। कांट्रेक्टर के द्वारा श्रमिकों को न समय पर वेतन दिया जाता है न ही पीएफ की जानकारी दी जाती। साथ ही हेल्थ बीमा और लेबर सेफ्टी भी नहीं मिल रही है। इससे नाराज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
दरअसल, कर्मचारी राकेश पंवार ने बताया कि कर्मचारियों को ओवरटाइम के साथ रविवार का अवकाश भी नहीं मिल रहा है। इधर, आवाज उठाने वालों के विरुद्ध कंपनी कार्रवाई कर तुरंत नौकरी से निकालने की धमकी देती हैं। इस तरह की कई समस्याओं को लेकर रेलवे के पुराने स्टेशन पर कर्मचारियों ने कंपनी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। उन्होंने मौके से किसी भी निर्माण कार्य में लगे किसी भी प्रकार के वाहनों को आगे नहीं निकलने दिया।
कर्मचारियों का कहना है कि नियमित कर्मचारियों को तो समय पर वेतन दिया जाता हैं लेकिन छोटे कर्मचारियों को महीने के आखिरी तक वेतन नहीं मिल पाता। न ही पीएफ की राशि डाली जा रही हैं। आवाज उठाने पर काम से निकाल दिया जाता है। इसके कुछ घंटों के बाद कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश तिवारी ने श्रमिकों का वेतन ऑनलाइन खातों में भिजवाया। अन्य सुविधा मुहैया कराने एवं पीएफ नंबरों की जानकारी सोमवार तक कर्मचारियों को उपलब्ध कराने की बात कही।