जबलपुर। ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई मामले लोगों के सामने आ रहे हैं लेकिन उसके बाद भी लोग जालसाजों के चक्रव्यू में फंस रहे हैं। ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं, जिनमें जालसाजों ने पहले लालच दी और फिर उनके खातों से पैसे इंवेस्ट करने के नाम से लिए और फिर बाद में जब पैसे देने की बात सामने आई तो उनका खाता ही बंद कर दिया गया।
लार्डगंज पुलिस ने बताया कि मझगवां निवासी शैलेन्द्र शरावगी ने शिकायत दर्ज कराई है कि दिसंबर 2024 में फेसबुक पर अचानक एक व्हाट्सएप ग्रुप स्टॉक ट्रेडिंग लर्निंग ग्रुप में वह ज्वाइन हो गया। इसके बाद उसे ओटीसी एप डाउनलोड कर ट्रेडिंग में शामिल किया गया। एप के माध्यम से विभिन्न बैंक खातों से कुल 92 हजार रुपये निवेश कराए गए। जब शरावगी ने राशि विड्रॉल करने का प्रयास किया तो उसे 20 हजार और रुपये जमा करने को कहा गया। रकम जमा न करने पर उसका अकाउंट ब्लॉक करके रुपये हड़प लिए गए। पुलिस ने जांच में पाया गया कि वह राशि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली निवासी अमर महादेव के खाते में ट्रांसफर हुई। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी है।
इसी थाने के दूसरे मामले में रानीताल निवासी रंजीत वैद्य ने शिकायत की कि उसके एक्सिस बैंक खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने जालसाजी करके 17 हजार रुपये निकाल लिए। जांच में यह राशि बंगलुरु स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के खाते में ट्रांसफर होने का पता चला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
