कचरे की गाड़ी में ले जाना पड़ा सरपंच के भाई का शव, कुछ दिन पहले मिले दो नए शव वाहन, गोली मारकर की गई थी हत्या

 

दमोह।  हटा में एक व्यक्ति के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद कचरा वाहन में गांव ले जाया गया।  सुबह घटना का वीडियो सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। मृतक की पहचान पटेरा ब्लॉक के शिकारपुरा गांव निवासी देवेंद्र लोधी के रूप में हुई है, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।                                                                 
                         मृतक के परिजन चंदन सिंह ने बताया कि जब वे पोस्टमॉर्टम के लिए हटा अस्पताल पहुंचे तो उन्हें वहां कोई शव वाहन नहीं मिला। मजबूरन उन्हें कचरा ढोने वाले वाहन में ही शव ले जाने को कहा गया। चंदन सिंह ने बताया हमें मजबूरी में उसी वाहन में शव लेकर गांव जाना पड़ा। वहीं हटा नगर पालिका उपाध्यक्ष नीलू पाठक ने कहा कि उनके पास शव वाहन नहीं है। इसलिए उन्होंने इसी टिपर वाहन को शव वाहन बना लिया है। उनका दावा है कि इस वाहन में अब कचरा नहीं ढोया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही इस पर शव वाहन लिखवा दिया जाएगा। इस घटना के सामने आने के बाद यह बात भी सामने आई है कि हाल ही में शासन ने दमोह जिले के लिए दो नए शव वाहन दिए हैं तो फिर शव को इस तरह क्यों ले जाया गया। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरके अठया ने अजीब तर्क दिया। उन्होंने बताया कि इन शव वाहनों का इस्तेमाल केवल उन्हीं शवों के लिए किया जाता हैए जिनकी मौत अस्पताल में हुई हो। अस्पताल के बाहर हुई मौत के मामलों में यह सुविधा नहीं दी जाती है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी व्यवस्था की लापरवाही और संवेदनहीनता को उजागर किया है।


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