नई दिल्ली. आज 21 सितंबर 2025 को इस साल का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण पितृपक्ष की सर्व पितृ अमावस्या के दिन पड़ रहा है. जिससे इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ गया है. हालांकि यह ग्रहण रात में लगने के कारण भारत में नजर नहीं आएगा. इस वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
खगोल विज्ञान के लिहाज से देखा जाए तो यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा. जिसकी अवधि करीब 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगी. यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. इस दौरान सूर्य का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा ढका रहेगा. हालांकि भारत समेत कई देशों में यह नजऱ नहीं आएगा. लेकिन न्यूजीलैण्ड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण साफ तौर पर दिखेगा.
ग्रहण भारत में दिखेगा या नहीं?
यह सूर्य ग्रहण रात 10:59 बजे से शुरू होगा और 22 सितंबर की सुबह 3:23 बजे तक चलेगा. चूंकि यह रात में लग रहा है. इसलिए भारत में कहीं से भी इसे नहीं देखा जा सकेगा. यही वजह है कि सूतक काल भी यहां प्रभावी नहीं होगा.
कहां दिखाई देगा
भारत को छोड़ यह ग्रहण न्यूजीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. खासतौर पर न्यूजीलैण्ड के दक्षिणी महासागरीय क्षेत्र से यह ग्रहण सबसे ज्यादा स्पष्ट रहेगा. जहां सूर्य का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा ढक जाएगा.
किन देशों में नहीं दिखाई देगा ग्रहण
भारत, श्रीलंका, नेपाल, यूएई, अफगानिस्तान और एशिया के कई हिस्सों के अलावा यूरोप, अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमेरिका के अधिकांश क्षेत्रों से यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा.
किन शहरों में दिखेगा आंशिक सूर्य ग्रहण
न्यूजीलैण्ड के वेलिंग्टन, ऑकलैंड, क्राइस्टचर्च, नॉरफ़ॉक द्वीप का किंग्स्टन, ऑस्ट्रेलिया का होबार्ट और सिडनी जैसे प्रमुख शहरों में लोग इस दुर्लभ नजारे को देख पाएंगे.
सूतक काल और सावधानियां
भारत में इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं है. लेकिन जहां यह ग्रहण दिखाई देगा वहां सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले से प्रभावी रहेगा. सूतक के दौरान वृद्ध और बीमार लोगों को छोड़कर भोजन करने से बचना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को नुकीली वस्तुओं के प्रयोग और फल-सब्जियां काटने जैसी गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी जाती है.