MP में जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर टॉप टेन बेरोजगार जिले, 25.68 लाख युवा बेरोजगार, OBC कैटेगरी से 10.4 लाख

 


भोपाल। प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने विधानसभा में बेरोजगारों की कैटेगरी वार जानकारी मांगने पर बताया है कि इन बेरोजगारों में सबसे अधिक ओबीसी कैटेगरी के हैं। कौशल विकास व रोजगार विभाग के मंत्री गौतम टेटवाल के अनुसार बेरोजगार (आकांक्षी युवा) के रूप में एससी कैटेगरी के 2 लाख 58 हजार 117 पुरुष और 2 लाख 11 हजार 357 महिलाओं सहित कुल 4 लाख 69 हजार 474 युवा रजिस्टर्ड हैं। प्रदेश की राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर, ग्वालियर बेरोजगार युवाओं की संख्या के मामले में टॉप टेन जिलों में शामिल है। 

                             इसी तरह एसटी कैटेगरी में 2 लाख 16 हजार 269 पुरुष व 2 लाख 02 हजार 39 महिलाओं सहित कुल 4 लाख 18 हजार 308 युवा पंजीकृत हैं। ओबीसी कैटेगरी में 5 लाख 73 हजार 170 पुरुष व 4 लाख 72 हजार 936 महिलाओं समेत कुल 10 लाख 46 हजार 106 युवा रजिस्टर्ड हैं। इसी तरह सामान्य वर्ग के रजिस्टर्ड कुल युवाओं की संख्या 6 लाख 34 हजार 433 है। इसमें 3 लाख 44 हजार 440 पुरुष व 2 लाख 89 हजार 993 महिलाएं शामिल हैं। सभी वर्गों को मिलाकर बेरोजगार पुरुष युवाओं की संख्या 13 लाख 91 हजार 996 और युवतियों की संख्या 11 लाख 76 हजार 325 है।

बेरोजगार युवाओं की लिस्ट में सागर सबसे ऊपर-

बेरोजगारों के पंजीयन के लिए बनाए गए रोजगार पोर्टल में आकांक्षी युवा के रूप में इन युवाओं के नाम हैं। दूसरी ओर सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में 0.56 प्रतिशत की कमी आई है। यह संख्या सात माह पहले जारी किए गए बेरोजगारों के आंकड़े से 48624 कम है। दो वर्षों में मध्यप्रदेश रोजगार पोर्टल पर 15 लाख 38 हजार 837 आकांक्षी युवा रजिस्टर किए गए हैं। बेरोजगार युवाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर सागर जिला और सबसे नीचे पांढुर्णा है।

21 जिलों में बेरोजगारों की संख्या 50 हजार के पार-

प्रदेश के 21 जिले ऐसे हैं जहां बेरोजगार युवाओं की संख्या 50 हजार के पार है। वहीं 34 जिलों में यह संख्या 50 हजार से कम है। प्रदेश की राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर, ग्वालियर बेरोजगार युवाओं की संख्या के मामले में टॉप टेन जिलों में शामिल है। साथ ही विंध्य के रीवा संभाग के तीन जिले रीवाए सतना और सीधी भी टॉप टेन बेरोजगारी वाले जिलों में शामिल हैं।

इन विधायकों ने मांगी थी जानकारी-

विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विधायक संजय उइके और आतिफ अकील ने प्रदेश में बेरोजगारों को लेकर राज्य सरकार से अलग-अलग जानकारी मांगी। सरकार ने पंजीयन में इन युवाओं को बेरोजगार के बजाय आकांक्षी युवा के रूप में रोजगार पोर्टल में रजिस्टर किया है। इसलिए विधायकों ने आकांक्षी युवाओं की जिला वार जानकारी मांगी जिसके लिखित जवाब में कौशल विकास और रोजगार विभाग के राज्य मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि पूर्व के मुकाबले इसमें 0ण्56 प्रतिशत की कमी आई है।

सात माह पहले बढ़े थे 35186 बेरोजगार-

राज्य सरकार ने सात माह पहले दिसम्बर 2024 में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जो जानकारी दी थी, उसमें पूर्व में दी गई बेरोजगारों की संख्या के मुकाबले बेरोजगार घटने की बजाय बढ़ गए थे। दिसम्बर में सरकार के आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई थी कि मध्यप्रदेश में पांच माह में 35186 बेरोजगार बढ़ गए। मई 2024 में सरकार ने विधानसभा में बेरोजगारों की संख्या 25 लाख 82 हजार 759 बताई थी। तब प्रदेश में 7.58 लाख बेरोजगार घटे थे। विधानसभा के शीत कालीन सत्र में बेरोजगारों की संख्या 26 लाख 17 हजार 945 बताई गई जिसमें 35186 बेरोजगार बढ़े थे। यह जानकारी विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में दी गई थी। 


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