नई दिल्ली. ट्रेन में यात्रा के दौरान एसी में गड़बड़ी होने या तापमान कम-अधिक कराने के लिए मैकेनिक को तलाशना पैसेेंजर्स के लिए आसान होगा। एसी मैकेनिक (निरीक्षक व सहायक) और सफाईकर्मी यात्रा के दौरान संबंधित कोच में ही उपलब्ध रहेंगे।
रेलवे बोर्ड ने मैकेनिक के लिए एसी कोच में दो और आनबोर्ड हाउसकीपिंग (ओबीएचएस) के सफाईकर्मियों के लिए निचली श्रेणी में अलग-अलग चार बर्थ आरक्षित रखने की नई व्यवस्था दी है। जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं होगी, उनमें ट्रेन साइड वेंडिंग स्टाफ (टीएसवी) के लिए भी निचली दो बर्थ आरक्षित होंगी।
अभी नहीं थी सीट, होता था रेल स्टाफ परेशान
वर्तमान में सीट न होने के चलते एसी मैकेनिक कोच अटेंडेंट के पटरे या पावरकार में सफर करते हैं, तो सफाईकर्मी इधर-उधर भटकते रहते हैं। जरूरत पर इन्हें ढूंढना मुश्किल होता है। साइड वेंडिंग स्टाफ के कोच में रहने से यात्रियों के लिए खान-पान की सुविधा भी आसान होगी। यदि इन लोगों ने बर्थ बेचने या दुरुपयोग करने का प्रयास किया तो दस से 50 हजार रुपये तक के अर्थदंड का प्रविधान होगा।
रेलवे बोर्ड ने सभी रेल जोनों के जीएम को लिखा पत्र, दिया निर्देश
यात्रियों की सहूलियत, एसी मैकेनिक, सफाईकर्मियों व टीएसवी वेंडरों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोचिंग) प्रांजल मिश्रा ने 31 जुलाई को पत्र लिखकर भारतीय रेलवे के सभी महाप्रबंधकों (जीएम) को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि संविदा के सफाईकर्मियों के लिए भी नि:शुल्क निर्धारित बर्थ का प्रावधान किया जाएगा। इनके लिए पेंट्रीकार से भुगतान के आधार पर जनता खाना उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी। जिन ट्रेनों में पेंट्रीकार नहीं है, उनमें कर्मचारियों को स्टेशनों से एजेंसी के माध्यम से जनता खाना उपलब्ध कराया जाएगा।
सीट के दुरुपयोग पर होगी कार्रवाई
अगर कर्मचारी आवंटित बर्थ का दुरुपयोग करते हैं, तो पहली बार पकड़े जाने पर दस हजार, दूसरी बार बीस हजार और अनुबंध का उल्लंघन करने के आरोप में 50 हजार तक का जुर्माने का प्रविधान होगा। बोर्ड के संयुक्त निदेशक ने महाप्रबंधकों से कोचों में अतिरिक्त बर्थों की व्यवस्था कराने के लिए भी सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि कोचों में लिनेन रखने व मिनी पेंट्रीकार के पास पर्याप्त जगह होती है। इसका उपयोग रेट्रो-फिटमेंट के तहत कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त बर्थ की व्यवस्था की जा सकती है। जरूरत पडऩे पर बर्थों को हटाया भी जा सकता है। सफाई कर्मचारियों के लिए कोई खाली बर्थ आवंटित नहीं की जाएगी।
टर्मिनल स्टेशनों पर विश्राम की भी मिलेगी सुविधा
एसी मैकेनिक, कोच अटेंडेंट, पावर कार स्टाफ, सफाईकर्मियों तथा टीएसवी वेंडरों के लिए टर्मिनल स्टेशनों पर विश्राम की भी सुविधा मिलेगी। रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक ने सभी महाप्रबंधकों को अपनी शक्तियों का उपयोग कर विश्राम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया है। जिनमें शौचालय, स्नान, आराम करने की जगह तथा लाकर आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएंगी।