रतलाम। रतलाम में आदिवासी हॉस्टल की बदहाली की सच्चाई लेकर मंगलवार को छात्राएं जनसुनवाई में पहुंची। अपर कलेक्टर ने हॉस्टल में बनी घुनी दाल को देखा और उस पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि उन्हें किसी भी हालत में घटिया भोजन नहीं दिया जाएगा। जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर पहुंचकर इन छात्राओं ने धरना दे दिया. कुछ देर तक कोई समस्या सुनते नहीं पहुंचा तो कुछ छात्राएं रोने लगीं जिसके बाद अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव ने इन बच्चियों की शिकायत सुनी और मामले की जांच का आश्वासन देखकर उन्हें संतुष्ट कर रवाना कर दिया।
दरअसल, उत्कृष्ट विद्यालय के समीप बने आदिवासी बालिका छात्रावास की यह सभी बालिकाएं थीं, जो सरकारी हॉस्टल की बदहाल व्यवस्था से परेशान होकर जनसुनवाई में पहुंची थीं। छात्रा सीमा मुनिया और राजुल ने बताया कि "उन्हें घुन लगी दाल और चावल खाने में दिए जाते हैं। हॉस्टल के टूटे हुए दरवाजे खिड़की और बिजली सहित तमाम समस्याओं पर अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव को अवगत कराया, इसके बाद एडीएम शालिनी श्रीवास्तव ने इस मामले में उचित कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है"। छात्राएं इसलिए भी परेशान थीं कि छात्रावास की वार्डन और अन्य जिम्मेदार उन्हें शिकायत करने की वजह से परेशान करेंगे।