फर्जीवाड़ा : फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी, एफआईआर की तैयारी
सागर। मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग में पफर्जी प्रमाण पत्र पर अलग-अलग जिलों में दो सगी बहनें शिक्षिका बनी थीं। जांच में मामला सही पाए जाने पर एक बहन को बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि दूसरी बहन पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा विभाग में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक ही नाम से दो सगी बहनें प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक के पद पर कार्यरत थीं। सागर के संयुक्त संचालक शिक्षा मनीष वर्मा ने दमोह जिले के पथरिया ब्लाक की माध्यमिक शिक्षक रश्मि सोनी को बर्खास्त कर दिया है। सागर में पदस्थ दूसरी बहन पर एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच वह गायब है।
4 साल पहले मिली थी शिकायत
17 नवंबर 2021 को कमिश्नर कार्यालय में शिकायत प्राप्त हुई थी कि शिक्षक के पद पर तैनात रश्मि सोनी नाम की दो बहनों के प्रमाणपत्र फर्जी हैं। शिकायत की जांच के लिए संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग ने समिति गठित की। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दोनों बहनें एक ही अंकसूची, जाति प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र के आधार पर कार्यरत थीं।
इनकी बीए अंतिम वर्ष की अंकसूची फर्जी थी। राजीव गांधी शासकीय कॉलेज बंडा से प्राप्त अंकसूची का मिलान विश्वविद्यालय के अभिलेख से नहीं हुआ। बताया गया कि एक बहन शासकीय प्राथमिक शाला खैराई संकुल केन्द्र शासकीय उमावि जरुआखेड़ा विकासखंड राहतगढ़ तथा दूसरी बहन माध्यमिक शिक्षक पद पर शासकीय माध्यमिक शाला सदगुवां संकुल केन्द्र शासकीय उमावि सदगुवां विकासखंड पथरिया जिला दमोह में कार्य कर रही थी। 27 सिंतबर 2022 से जिला शिक्षा अधिकारी दमोह को भेजकर रश्मि सोनी पर एफआइआर कराई थी।
- एक ही नाम से दो बहनों द्वारा नौकरी करने के मामले की जांच के बाद दमोह में पदस्थ शिक्षिका रश्मि सोनी को बर्खास्त कर दिया गया है। दू
मनीष वर्मा, संयुक्त संचालक शिक्षा, सागर
- सागर के जरुआखेड़ा संकुल केंद्र के खैराई प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षिका रश्मि सोनी शिकायत सामने आने के बाद से ही गायब हैं। जांच समिति ने जांच के बाद उन पर मामला दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है।
अरविंद जैन, जिला शिक्षा अधिकारी, सागर