दरिंदगी : आग की लपटों से घिरी किशोरी सड़क पर दौड़ी, बंधे थे हाथ, मुंह में ठुंसा था कपड़ा


पुरी।
उड़ीसा के पुरी में ऐसी दरिंदगी सामने आई है, जिसमें एक किशोरी के हाथ बांधे, मुंह में कपड़ा ठूस दिया और उसके शरीर में आग लगा दी गई। किशोरी खुद को बचाने सड़क पर दौड़ती रही। किशोरी को देखकर एक परिवार ने उसकी मदद की और उस पर पानी डालकर उसकी आग बुझाई। खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे तत्काल शिफ्ट किया। 

पुलिस ने बताया कि पुरी में शनिवार को 15 साल की लड़की को तीन बाइक सवार युवकों ने जबरन ले जाकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी थी। वह गंभीर रूप से झुलस गई। लड़की के हाथ बंधे थे और मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। जिससे वह मदद के लिए आवाज नहीं लगा पाई थी। पीड़ित लड़की को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से एम्स भुवनेश्वर भेजा गया। पुलिस ने एयरलिफ्ट कर दिल्ली के एम्स पहुंचाया।

घटनास्थल के पास रहने वाले दुखीश्याम सेनापत ने पुलिस को बताया कि लड़की जब मेरे घर की ओर दौड़ी तो वह जल रही थी। उसके हाथ बंधे हुए थे और वह बहुत ज्यादा जल गई थी। मेरी पत्नी, बेटी और मैंने आग बुझाई और उसे नए कपड़े दिए थे। युवती ने मुझे बताया कि वह पास के गांव में रहती है। उन्होंने बताया कि अपराधियों ने लड़की के हाथ बांध दिए थे और उसका मुंह बंद कर दिया था। किशोरी ने सिर्फ यही बताया था कि दो बाइकों पर सवार तीन लोग उसे जबरन यहां लाए थे, उस पर मिट्टी का तेल डाला और आग लगा दी।

पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक बाइक सवार तीन लोगों ने लड़की को रोका था। उसे जबरन नदी किनारे ले गए और फिर उसे आग लगा दी। लड़की किसी तरह अपराधियों के चंगुल से छूटकर भागने में कामयाब रही। अपराधी मौके से भाग गए थे। लड़की 70 प्रतिशत जल चुकी है और उसे इलाज के लिए दिल्ली के एम्स ले जाया गया है।

पुलिस उपायुक्त जगमोहन मीणा ने बताया कि मरीज को एम्स भुवनेश्वर से बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर खाली कराया गया था। एम्बुलेंस ने 11 किलोमीटर की दूरी 12 मिनट में तय की और एक एयर एम्बुलेंस उसे राष्ट्रीय राजधानी ले गई। एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक आशुतोष बिस्वास के मुताबिक ष्मरीज की हालत स्थिर है और उसका रक्तचाप, जो कल कम था। अब सुधर गया है। उसे सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया जा गया है। किशोरी अब बोल सकती है और पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है। किशोरी की मां ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें बताया कि किशोरी ने स्कूल छोड़ दिया था और उसके पिता मोटर मैकेनिक हैं। 

गौरतलब है कि पुरी में यह चौंकाने वाली घटना ओडिशा के बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा द्वारा एक संकाय सदस्य द्वारा यौन उत्पीड़न और कॉलेज प्रशासन की निष्क्रियता के विरोध में आत्मदाह करने के बाद हुई है। बालासोर की छात्रा की गंभीर रूप से जलने के कारण मृत्यु हो गई।

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