थाना पाटन, कुण्डम, सिहोरा, मझगवॉ, मझोली, कटंगी, गोसलपुर, भेडाघाट, पनागर, बेलखेड़ा, बरेला, गोराबाजार में पंजीबद्ध हैं धोखाधड़ी के प्रकरण
जबलपुर। मध्यप्रदेश शासन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चावल वितरण हेतु किसानों से धान का उपार्जन में करोड़ों के किए गए घोटाले का मुख्य आरोपी दिलीप किरार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर पुलिस ने 74 हजार रूपए का ईनाम घोषित किया था। पुलिस का कहना है कि इस घोटाले में तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। शेष फरार आरोपियों की छानबीन की जा रही है।
थाना पाटन में आपूर्ति नियंत्रक नुजहत बानो बकाई द्वारा लिखित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें लेख है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चावल वितरण हेतु शासन द्वारा मध्यप्रदेश सिविल सप्लाइज कारपोरेशन को उपार्जन एजेंसी नियुक्त किया गया है। अतर जिला मिलिंग के लिए जबलपुर जिले में तार्जित धान को, जबलपुर जिले के बाहर मिलर्स ने धान उठाने के बजाये स्थानीय दलालों को बेचने की शिकायत की जाच के लिए कलेक्टर जबलपुर द्वारा नाथूराम गौड अपर कलेक्टर ग्रामीण, ऋषभ जैन संयुक्त कलेक्टर, शिवाली सिंह संयुक्त कलेक्टर एवं संजय खरे सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी का चार सदस्यीय जाँच दल का गठन किया गया। जाच पर थाना पाटन क्षेत्र में स्थित सोसाइटी/उपार्जन केंद्र द्वारा अतर जिला मिलिंग के लिए धान परिवहन में 21129 क्विटल धान (समर्थन मूल्य 4,85,96,700 रुपये) की धोखाधडी किया जाना प्रमाणित हुआ है।
प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर मिलर्स, मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कारपोरेशन के कतिपय अधिकारी और कर्मचारी तथा सोसाइटी/उपार्जन केद के कतिपय अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा सगठित होकर तथा एक राय होकर, सुविचारित आपराधिक षड्यंत्र कर, शासकीय दस्तावेजों में कूट रचना एवं कूट रचित दस्तावेज तैयार कर तथा कपटपूर्ण कार्य कर, विश्वासघात कर सार्वजनिक वितरण प्रणाली हेतु उपार्जित धान को क्षति कारित कर शासन के साथ धोखाधड़ी और गबन का आपराधिक कृत्य कारित कर आवश्यनक वस्तु अधिनियम 1955 के प्रावधानों का भी उल्लंघन करना पाए जाने से प्रथम दृष्टया 18 आरोपी के विरूद्ध धारा अपराध क्रमांक 116/25 61(2),338,336(3),340(2),318(4) 316(2),316(4) बी.एन.एस. 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
ये हैं आरोपी
1. दिलीप किरार प्रभारी जिला प्रबंधक एम.पी.एस.सी.एस.सी. कार्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर
2. सुनील प्रजापति ऑपरेटर एम.पी.एस.सी.एस.सी. कार्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर
3. बी. एस. मेहर प्रभारी इश्यु सेंटर, इश्यु सेंटर एम.पी.एस.सी.एस.सी. पाटन
4. विक्रम सिंह यादव कप्यूटर ऑपरेटर इश्यु सेंटर, इश्यु सेंटर एम.पी.एस.सी.एस.सी. पाटन
5. अनूप गोयल, प्रोपरायटर आनद एग्रो इंडस्ट्रीज मनेरी मडला
6. मनदीप सिंह, प्रोपराइटर गुरु नानक राइस मिल्स मनेरी मडला (राइस मिलर)
7. प्रतीक सक्सेना, प्रोपराइटर हरिमाया ग्रीन मिल राजगढ़, (राडस मिलर)
8. सजय जैन, प्रोपराइटर स्वास्तिक पोहा इडस्ट्रीज ग्वालियर (राइस मिलर)
9. राकेश गुप्ता प्रोपरायटर माधव एग्रो इंडस्ट्रीज मनेरी मडला
10. अनिल कुमार अवतानी प्रोपरायटर ज्ञत्क् इंडस्ट्रीज मनेरी मंडला
11. श्याम सुन्दर साहू प्रोपरायटर दुर्गा ड प्रोडक्ट मनेरी मडला
12. गन्धर्व सिह समितिं प्रबंधक, वृहत्ता सेवा सहकारी सस्था नुनसर केंद्र क्र. 1 उपार्जन केन्द्र व बृहत्ता सेवा सहकारी संस्था नुनसर केद क्र.3
13. पकज प्रधान कम्प्यूटर ऑपरेटर बृहता सेवा सहकारी संस्था नुनसर केंद
14. सतोप सिंह, कम्प्यूटर ऑपरेटर, व्हता सेवा सहकारी सस्था नुनसर केंद्र
15. राज कुमार वाजपेयी, समिति प्रबंधक बृहता सेवा सहकारी संस्था पाटन केदक्र. 2 उपार्जन केद्र
16. शैलेन्द्र सिंह ठाकुर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, वृहत्ता सेवा सहकारी सस्था पाटन केंद्र क्र.2
17. राम स्वरूप रजक, समिति प्रबंधक सेवा सहकारी संस्था कटरा वेलखेड़ा केंद्र क्र. 1 उपार्जन केन्द्र
18. सौरभ ठाकुर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, सेवा सहकारी सस्था कटरा बेलखेड़ा केंद क्र.1
फरार आरोपियों पर दस-दस हजार का ईनाम
पुलिस ने बताया कि 3 आरोपी गंधर्व सिंह, पंकज प्रधान एवं सतोष कुमार शुक्ला को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रकरण के शेष आरोपी फरार है, जिनकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने दस-दस हजार रूपये ईनाम घोषित किया।
मुख्य आरोपी पुलिस रिमांड पर
दौरान विवेचना के विश्वसनीय मुखबिर से धोखाधडी के प्रकरण मे फरार आरोपी दिलीप किरार के छतरपुर में होने की जानकारी मिलने पर टीम द्वारा छत्तरपुर मे दबिश देते हुये आरोपी दिलीप किरार, सराफा खटीक मोहल्ला कोतवाली को अभिरक्षा मे लेते हुये थाना पाटन लाया गया। न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड में लिया गया है।