गोरखपुर. रेलवे में सहायक लोको पायलट (एएलपी) भर्ती में स्वीकृत पद से ज्यादा चयन और मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी की जांच करने आई दिल्ली की विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को रेलवे भर्ती बोर्ड के दफ्तर में जांच की। इस दौरान कुछ रेलकर्मियों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किया गया। टीम शाम को ट्रेन से दिल्ली रवाना हो गई
वर्ष 2018 में सहायक लोको पायलट की भर्ती निकाली गई थी और 2022-23 में चयन की प्रक्रिया पूरी हुई। इस दौरान करीब 450 से ज्यादा अभ्यर्थियों का चयन कर लिया गया। मामले का खुलासा होने पर जांच शुरू हो गई। इसके अलावा अभ्यर्थियों ने शिकायत की थी कि उनके दस्तावेजों में गड़बड़ी बताकर रुपये मांगे जा रहे हैं।
जांच के बाद आरआरबी के तत्कालीन चेयरमैन पीके राय को निलंबित कर दिया गया था। उस मामले की जांच अभी चल रही है। इधर, पिछले वर्ष आरआरबी के चेयरमैन नुरुद्दीन अंसारी को भी पैनल में दो रेलकर्मियों के बेटों का नाम गलत तरीके से जोड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया था।
इस मामले की जांच सीबीआई और दिल्ली विजिलेंस दोनों कर रही हैं। सूत्रों की माने तो वर्ष 2018 भर्ती की जांच में बृहस्पतिवार की शाम को आई विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को दस्तावेज खंगाले और कुछ रेलकर्मियों के बयान दर्ज किए। टीम शाम को वैशाली एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हो गई।