सोनम जहां पहले कह रही थी कि हम सिर्फ राजा को डराना चाहते थे. ऐसे में इतने सारी बातों का सामने आना साफ-साफ दर्शाता है कि वो राजा को मारना ही चाहती थी. उसने इसके लिए तीन-तीन प्लान बनाए थे. पहला प्लान था गोली से मार डालने का. दूसरा था सेल्फी के बहाने खाई में धक्का देकर मारने का और तीसरा था, धारधार हथियार से राजा का काम तमाम करने का. पहले दो प्लान तो फेल हो गए. लेकिन अंतिम प्लान उसका कामयाब रहा.
तीन आरोपियों आनंद कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल चौहान ने राजा पर हमला करके उसे मार डाला. वहीं, सोनम से सब तमाशा अपनी आंखों से वहां खड़े देखती रही. बल्कि, चिल्ला-चिल्ला कर ये भी कह रही थी कि मार डालो इसे. बाद में राजा के पर्स से पैसे निकाल और सोने की चेन एवं अंगूठी निकालर वो आरोपियों संग वहां से भाग गई. राजा की लाश को उन्होंने खाई में फेंक दिया. लेकिन जल्द ही सोनम का भंडाफोड़ हो गया. अब वो पुलिस रिमांड पर है. पांचों आरोपियों के खिलाफ आगामी कार्रवाई जारी है. उधर, मामले की जांच में जुटी शिलांग पुलिस की विशेष टीम ने शुक्रवार को सभी सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही सोनम के इंदौर स्थित घर से लेकर हत्याकांड के बाद गाजीपुर लौटने तक की लोकल लोकेशन खंगालनी शुरू कर दी है. इंदौर और मेघालय के अलग-अलग स्थानों के सीसीटीवी फुटेज जुटाकर संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है.
वीडियो से मिले अहम सुराग
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को पुलिस होटल से बाहर निकलकर जांच में सक्रिय नहीं हुई. जानकारी मिली है कि मेघालय पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम को पत्र लिखकर ब्लॉगर देव सिंह द्वारा पोस्ट दो वीडियो की जानकारी मांगी है. घटना के बाद पहला वीडियो 16 मई को पोस्ट किया था, जिसमें सोनम सफेद टी-शर्ट पहने राजा के आगे-आगे पहाड़ी चढ़ती दिख रही है. यही टी-शर्ट बाद में घटनास्थल के पास मिली थी. सोनम के हाथ में एक पॉलीथिन बैग भी था, जिसमें रेन कोट होने की आशंका है. अगले दिन ब्लॉगर ने एक और वीडियो पोस्ट किया, जिसमें आरोपी आनंद कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल चौहान तीनों रघुवंशी दंपती के पीछे-पीछे जाते नजर आए.
तीन मोबाइल अब तक नहीं मिले
20 मई को कपल इंदौर से हनीमून के लिए असम निकला था. 21 मई को वो लोग शिलॉन्ग पहुंचे. शुरुआत में रघुवंशी दंपती को लापता बताया गया था. 2 जून को राजा का शव मिलने के बाद केस मर्डर इन्वेस्टिगेशन में बदल गया. 7 जून की रात सोनम ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और उसे हिरासत में ले लिया गया. जांच में सामने आया कि सोनम और राजा के पास चार मोबाइल थे, जिनमें से तीन सोनम के थे. हत्या के बाद उसने राजा का फोन तोड़कर फेंक दिया. सोनम के बाकी तीनों मोबाइल अभी तक पुलिस को नहीं मिले हैं.