गेहूं खरीद घोटाला : खरीद केन्दों से एक करोड़ का गेहूं गायब, वेयर हाउसों में अनियमितताओं की जांच से खुलासा

_ दस्तोवेजों में हेरफेर करके शासन को दिया जा रहा था धोखा

_ खरीदी केन्द्र प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर और ग्राउंड सर्वेयर पर एफआईआर



जबलपुर।
पिपरिया के शिवांशी वेयर हाउस के शक्ति संकुल स्तरीय संगठन, पिपरिया और मझौली के अन्नपूर्णा आदित्य ग्रेडिंग एंड वेयर हाउस की समिति में गेहूं खरीदी में जमकर हेरफेर की गई। इस बात का खुलासा शासन के अधिकारियों की जांच से हुआ है। जांच में यह सामने आया है कि दर्शाई गई खरीद और भौतिक रूप से स्टॉक किए गए गेहूं में भारी अंतर है। जांच दल ने यह स्पष्ट किया कि समिति प्रबंधन, ऑपरेटर और सर्वेयर ने मिलकर गेहूं के स्टॉक में कागजी कार्रवाई करके शासन को गुमराह करते हुए लाखों रूपयों का चूना लगाया है।

बरेला में सहायक आपूर्ति अधिकारी सीमा बौरसिया ने खरीद केन्द्र से संलग्न श्विांशी वेयर हाउस में भंडारित की गई गेहूं की बोरियों की जांच की तो यह सामने आया कि 243 किसानों से की गई खरीद दिखाई गई है लेकिन खरीद के मुताबिक मौके पर गेहूं कम था। पूछताछ में जिम्मेदारों ने गोलमोल जवाब देकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। इस प्रकार उपार्जन केन्द्र पर 2051.90 क्विंटल गेहूं जिसका समर्थन मूल्य अनुसार कुल कीमत 53,34,940 रूपए रूपये का गेहूं कम पाया गया। इससे जाहिर हो गया कि शिवांशी वेयरहाउस के  शक्ति संकुल स्तरीय संगठन,पिपरिया के प्रबंधक व खरीदी केन्द्र प्रभारी शिववती आर्माे, कम्प्यूटर ऑपरेटर देवी साहू और ग्राउण्ड सर्वेयर  आकाश सिंह ठाकुर ने मिलकर आर्थिक लाभ के लिए कृषकों से बिना खरीद किये ई-उपार्जन पोर्टल पर फर्जी खरीदी चढ़ा कर शासकीय गेहूं की हेरा-फेरी की।

इसी तरह सिहोरा में कनिष्ठि आपूर्ति अधिकारी कुंजन सिंह राजूपत, रोशनी पाण्डेय ने रबी विपणन में मझौली के सहकारी विपणन संस्था मर्यादित, मझौली द्वारा संचालित गेहूं उपार्जन केन्द्र केन्द्र अन्नपूर्णा आदित्यर ग्रेडिंग एण्ड वेयरहाउस, ग्राम लटुआ,रीछी की जांच की। जांच में उपार्जन केन्द्र पर 1623 क्विटल गेहूं जिसका समर्थन मूल्यक अनुसार कुल कीमत 42,19,800 रूपए का गेहूं कम पाया गया। इससे सिद्ध हुआ कि सहकारी विपणन संस्था मर्यादित, मझौली द्वारा संचालित गेहूं उपार्जन केन्द्र अन्नपूर्णा आदित्य ग्रेडिंग एण्ड वेयर हाउस के समिति प्रबंधक व खरीदी केन्द्र प्रभारी सूरज सिंह, कम्यूटर ऑपरेटर अंकुश पटेल तथा ग्राउण्ड सर्वेयर हर्षित कुर्मी ने मिलकर निजी आर्थिक लाभ के लिए षड़यंत्रपूर्वक कृषकों से बिना खरीद किये ई-उपार्जन पोर्टल पर गेहू की फर्जी खरीदी की प्रविष्टि कर गेहूं हेरा-फेरी की।

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