मध्य प्रदेश में विधायकों पर मोहन यादव सरकार मेहरबान
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधायकों को वेतन.भत्तों में बढ़ोत्तरी से पहले बड़ी सौगात मिली है। मध्यप्रदेश में अब विधायकों को 4 फीसदी ब्याज दर पर 50 लाख तक का होम लोन मिलेगा। इससे पहले विधायकों को 25 लाख तक का होम लोन दिए जाने की सुविधा थी। जल्द ही विधायकों को वाहन लोन की सीमा भी बढ़ाने की तैयारी की जा रही है विधायकों की सुविधा बढ़ाने के इन प्रस्तावों को जल्द ही कैबिनेट की मंजूरी मिल सकती है।
नए वाहन खरीदने में भी छूट
विधायकों को अभी 25 लाख तक के मकान खरीदने पर सिर्फ 4 फीसदी ब्याज ही भरना होता है। बाकी ब्याज का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। अब राज्य सरकार इस लोन की सीमा को बढ़ाकर 50 लाख करने जा रही है। इसी तरह विधायकों को नए वाहन खरीदने पर भी लोन की सीमा को बढ़ाया जा रहा है। अभी विधायकों को 15 लाख तक के वाहन खरीदने पर लोन पर लगने वाले ब्याज पर रियायत दी जाती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 लाख किया जा रहा है।
मांग पर गंभीर हुई सरकार
विधायकों ने सरकार के सामने मांग रखी थी कि महंगाई के इस दौर में 25 लाख तक के घर मिलना मुश्किल है। इसलिए लोन की सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए। इसके बाद संसदीय कार्य विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को भेजा, जिसे मंजूरी मिल गई है।
प्रस्ताव कैबिनेट में मंजूरी के लिए रखा जाएगा
विधायकों के होम लोन और वाहन लोन बढ़ाए जाने से राज्य सरकार पर करीबन 180 करोड़ तक का आर्थिक भार आएगा। इतना भार तब आएगा, जब प्रदेश के सभी विधायक वाहन लोन और होम लोन लेंगे। इस प्रस्ताव को जल्द ही कैबिनेट में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन के मुताबिक ष्विधायकों के होम लोन और वाहन लोन की सीमा को बढ़ाए जाने का प्रस्ताव को वित्त विभाग की मंजूरी मिल गई है।
वेतन-भत्ता बढ़ाए जाने की भी तैयारी
वहींए विधायकों के वेतन.भत्तों में भी बढ़ोत्तरी किए जाने की तैयारी की जा रही है। विधायकों के वेतन.भत्तों में 9 सालों से बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इसको लेकर विधानसभा की सदस्य सुविधा समिति ने प्रस्ताव तैयार कर संसदीय कार्य विभाग को सौंपा है। अभी मध्यप्रदेश में विधायकों को वेतन.भत्ते मिलाकर करीबन 1 लाख 10 हजार रुपए मिलते हैं।
अभी मिलती है ये राशि
विधायकों का वेतन
. 30 हजार
निर्वाचन भत्ता . 35 हजार
टेलीफोन खर्च . 10 हजार
चिकित्सा भत्ता . 10 हजार
अर्दली भत्ता . 15 हजार
लेख सामग्री खरीदी . 10 हजार