छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर में महिला नायब तहसीलदार नीतू सिंघई ने खाद लेने के लिए लाइन में लगी एक युवती को थप्पड़ मार दिया। युवती का आरोप है कि उसने नीतू सिंघई से कहा कि वह दो महीने से खाद लेने आ रही है, लेकिन नहीं मिल रही। उसने टोकन मांगा। नीतू सिंघई ने कहा कि महिलाओं को टोकन नहीं मिलेंगे, केवल पुरुषों को मिलेंगे। दोबारा टोकन मांगा तो तहसीलदार ने थप्पड़ मार दिया।
घटना परा गांव में आज 3 दिसम्बर बुधवार की है। गुडिय़ा पटेल खाद लेने पहुंची थी। इस दौरान नायब तहसीलदार नीतू सिंघई ने कहा- टोकन देने का समय सुबह 9 बजे का था और अब 11 बज रहे हैं। भीड़ बढऩे के चलते टोकन बांटना कर दिया है। अब 6 दिसंबर से टोकन दिए जाएंगे। गुडिय़ा पटेल ने बताया कि वह एमए तीसरे सेमेस्टर की छात्रा है। 5 दिसंबर को उसकी परीक्षा है। वह पढ़ाई छोड़कर खाद लेने के लिए लाइन में लगी हुई है। एक महीने से खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
खाद की कालाबाजारी करने का आरोप
गुडिय़ा ने आरोप लगाया कि 15 ट्रक खाद रखी हुई है, लेकिन उसे ब्लैक में बेचा जा रहा है। उसने नायब तहसीलदार पर भी मिलीभगत और कमीशन लेकर खाद की कालाबाजारी करवाने का आरोप लगाया। गुडिय़ा ने कहा कि लगभग 250 महिलाएं रात 2 बजे से खाद के लिए लाइन में खड़ी हैं, लेकिन किसी को खाद नहीं मिल रही है। गुडिय़ा के अनुसार, टोकन चार-चार दिन तक बांटे जा रहे हैं, लेकिन पैसे देने के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। यह कैसा नियम है और तहसीलदार को थप्पड़ मारने का परिणाम भुगतना पड़ेगा।
