बताया गया है कि घटना के विरोध में आज दोपहर करीब 3 बजे सभी छात्र और छात्राएं इकट्ठा होकर विवि परिसर की एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के सामने धरने पर बैठ गए। वे यहां प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यूनिवर्सिटी के पीआरओ रजनीश त्रिपाठी ने बताया कि इंटरनल कमेटी ने जांच रिपोर्ट कुलसचिव को दे दी है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शिकायत में छात्रा ने बताया कि शाम करीब 5 बजे डॉ नयन साहू ने उन्हें वनस्पति विज्ञान विभाग के केबिन में बुलाया। प्रोफेसर ने ऐसी भाषा और व्यवहार में बात की, जो शिक्षक-छात्र संबंध की गरिमा के विपरीत थी। उन्होंने अश्लील कृत्य करते हुए अनैतिक प्रस्ताव भी दिया। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने धमकी दी कि उनकी बात नहीं मानी तो वह उसे बदनाम कर देंगे। साथ ही करियर भी बर्बाद कर देंगे। प्रोफेसर ने खुद को यूनिवर्सिटी के टीचर एसोसिएशन का महासचिव बताते हुए भी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग-
छात्रा ने पुलिस से मांग की है कि आरोपी प्रोफेसर को उनसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से रोका जाए। साथ ही उनके खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। उन्हें छात्रा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन या शैक्षणिक निर्णय प्रक्रिया से अलग किया जाए। छात्रा का कहना है कि उसने ईमेल के माध्यम से इसकी शिकायत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से भी की है।
प्रोफेसर बोले, पास होने के लिए छात्रा झूठे आरोप लगा रही-
वहीं प्रोफेसर नयन साहू ने कहा कि मेरे पर लगे आरोप झूठे हैं। छात्रा पास होने के लिए झूठे आरोप लगा रही है। मैंने अपनी पूरी बात अपने अधिकारियों को बता दी है। पुष्पराजगढ़ एसडीओपी नवीन तिवारी ने बताया कि छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई है। विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच रिपोर्ट पुलिस को मिलने वाली है। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।