बताया गया है कि रामपुर निवासी मोनू झारिया उम्र 18 वर्ष घर में दुकान का संचालन करता था, इसके अलावा प्राइवेट जॉब भी करता रहा। शाम 6 बजे के लगभग मोनू घर आया और कुछ देर रुकने के बाद शाम सात बजे के लगभग दोस्तों से मिलने के लिए कांचघर गया था। जहां मोनू एक टेंट हाउस के सामने खड़ा था। इस दौरान बदमाश आए और मोनू पर चाकुओं से दनादन वार किए, जिससे मोनू की मौके पर ही मौत हो गई। मोनू पर हमला होते देख आसपास के लोगों में चीख पुकार मच गई। देखते ही देखते लोगों की भीड़ एकत्र हो गई, जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मोनू को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां पर भी डाक्टरों ने जांच के बाद मोनू को मृत घोषित कर दिया। इधर मोनू के रात दस बजे तक घर न लौटने से परिजन चितिंत हो गए। इस बीच खबर मिली कि मोनू की कांचघर क्षेत्र में बदमाशों ने हमला कर हत्या कर दी है। खबर सुनते ही परिजन घबरा गए और मौके पर पहुंच गए, जिन्होने मोनू का इस हालत में देखा तो फूट-फूटकर रोए। पुलिस ने पूछताछ के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को पूछताछ में मोनू के भाई आकाश झारिया ने बताया कि 18 वर्षीय मोनू झारिया के कई दोस्त थे, जो कभी रामपुर भी आया करते थे। वहीं मोनू भी रोजाना उनसे मिलने के लिए कांचघर जाया करता था।
मां बोली, साजिश कर बेटे की हत्या की गई है-
मृतक की मां का कहना था कि साजिश के चलते बेटे मोनू की हत्या की गई है। मोनू प्राइवेट जॉब करने के साथ-साथ घर पर दुकान भी चलाया करता था। मृतक के छोटे भाई आकाश ने बताया कि इसके दोस्त एक गैंग चलाते थे। साथ में रहने वाले लोगों को मोनू भाई कहकर बुलाता था।