दमोह। एमपी के दमोह में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया, हजारी की तलैया में हजारों की संख्या में मछलियां मृत मिली है। मछलियां पानी में उतराते देख लोगों की भीड़ लग गई। लोगों का कहना कि पानी में जहर मिलाया गया है। जिला प्रशासन ने पानी के उपयोग पर रोक लगा दी है।
रैकवार समाज के लोगों ने आरोप लगाया है कि तालाब के पानी में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जहर मिलाया गया है। जिसके कारण मछलियों की मौत हुई। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने पानी के नमूने जांच के लिए भेजे हैं और एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने तालाब के पानी के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। मछली पालन का काम करने वाले नीरज रैकवार ने बताया कि उन्होंने हजारी की तलैया में 2 लाख मछली के बीज डाले थे। लगातार ब्रीडिंग के कारण तालाब में लाखों की संख्या में मछलियां हो गई थीं। आज सुबह हजारों मछलियां मृत मिलने के बाद उन्होंने पुलिस को आवेदन दिया है। रैकवार ने आशंका जताई है कि पानी जहरीला हो गया है और मृत मछलियां भी जहरीली हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई जानवर यह पानी पीता है या कोई व्यक्ति इन मछलियों का सेवन करता है और कोई घटना होती हैए तो इसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी।
जांच के लिए पानी का सैंपल लिया-
जांच करने पहुंचे कोतवाली टीआई मनीष कुमार ने बताया की हजारी की तलैया में मछलियां मृत होने की जानकारी लगी थी। एसडीएम और नगर पालिका के अधिकारियों के साथ वह जांच करने पहुंचे हैं। पीएचई के अधिकारियों द्वारा पानी का सैंपल लिया गया है। साथ ही पानी में दबा का छिड़काव किया गया है। ठेकेदार ने मछली में जहर मिलाने का आरोप लगाया है इसकी जांच की जा रही है। पानी में कुछ दवा का छिड़काव भी किया गया है प्रथम दृष्टया ऑक्सीजन की कमी होने से भी मछलियां मृत हो सकती हैं। जिला प्रशासन ने पानी के उपयोग पर रोक लगा दी है। जब जांच रिपोर्ट आ जाएगी उसके बाद पानी का उपयोग किया जाएगा।