जबलपुर. रेल प्रशासन लगातार विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों पर उद्घोषणा कराता रहता है कि यात्री प्लेटफार्म के दूसरी तरफ व बाहर जाने के लिए हमेशा फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का उपयोग करें. लेकिन कई बार यात्री इस सावधानी को नजरअंदाज करते हैं, जिससे ही मदन महल स्टेशन जैसे हादसे होते हैं। शनिवार की देर रात यदि यात्री प्लेटफार्म के बाहर जाने के लिए एफओबी का इस्तेमाल करते तो यह हादसा टाला जा सकता था.
उल्लेखनीय है कि यह घटना जबलपुर में रानी कमलापति-मदनमहल जनशताब्दी ट्रेन से उतरने के बाद पटरी पार कर रहे छह लोग मालगाड़ी की चपेट में आ गए। इनमें से एक महिला और बच्चे की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा शनिवार रात करीब 11.30 से 12 बजे के बीच मदनमहल स्टेशन पर हुआ
मृतकों की पहचान 39 वर्षीय पुष्पा सोनी पति कुलदीप सोनी और 4 वर्षीय राजबीर पिता वीरेंद्र पटेल के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सभी लोग नरसिंहपुर से जनशताब्दी एक्सप्रेस में सवार हुए थे। मदनमहल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर उतरने के बाद वे पटरी की तरफ विपरीत दिशा में जा रहे थे, तभी दूसरे प्लेटफॉर्म से गुजर रही मालगाड़ी की चपेट में आ गए। घायलों को तुरंत 108 एम्बुलेंस की मदद से जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही सीएसपी रितेश कुमार शिव, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सुजीत कुमार भी घटना स्थल पर पहुंचे। सभी लोग नरसिंहपुर जिले के मुडिय़ा गांव के बताए जा रहे हैं।
इनकी भी हालत नाजुक
22 वर्षीय शिवानी पत्नी राहुल पटेल
50 वर्षीय नन्ही बाई पत्नी गुलाब सिंह
4 वर्षीय ऋतु पटेल पुत्री राहुल पटेल (बच्ची)
40 वर्षीय सानो बी पति यूनुस खान, निवासी गोटेगांव
बड़ा कर्व था, जिससे मालगाड़ी के चालक को नहीं दिखे यात्री
बताया जाता है कि जबलपुर से आ रही मालगाड़ी के चालक को पटरी पार करते यात्री नजर नहीं आये, क्योंकि शाी ब्रिज के आगे तीखा मोड़ (कर्व) है, जिससे लोको पायलट को पटरी पार करते यात्री नजर नहीं आये, वहीं यात्रियों को भी सामने से आती गाड़ी नजर नहीं आयी, जब तक वे कुछ समझ पाते, तब तक हादसा हो चुका था.
