जबलपुर। जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर घनश्याम सोनी के द्वारा विद्यालयों के लगातार निरिक्षण किये जा रहे हैं। मंगलवार को इसी कड़ी में मझौली विकासखंड के शासकीय उमावि पोला तथा शासकीय कन्या उमावि मझौली का औचक निरिक्षण कियाै। निरीक्षण के दौरान सहायक संचालक एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी मझौली अतुल चौधरी साथ मे रहे।
निरिक्षण के दौरान पोला मे अकादमिक अव्यवस्थाएं देखने को मिली। विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण अध्यापन कार्य नहीं कराया जा रहा था। वन लाइनर प्रश्नों का प्रयोग नहीं किया जा रहा था। शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के प्रति संवेदनशील नहीं दिखे। विद्यालय क़ी प्रभारी प्राचार्य के द्वारा शिक्षकों से अकादमिक गतिविधियों का विधिवत निरीक्षण नहीं किया गया। बच्चों के सतत अध्ययन तथा उनके पढ़ाई के प्रति जागरूकता हेतु शिक्षक उदासीन देखे। शिक्षकों के द्वारा पढ़ाई मे गाइड का प्रयोग किया जा रहा है, जबकि डीईओ सोनी के द्वारा इस पर सभी विद्यालयों मे प्रतिबन्ध लगाया गया है। शिक्षक अपने द्वारा पढ़ाई जाने वाली विषयवस्तु भी स्पष्ट नहीं कर पाए। जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा प्राचार्य सहित विद्यालय के पूरे शिक्षकों को दो वेतन वृद्धि रोकने का कारण बताओ पत्र जारी किया गया है।
शासकीय कन्या उमावि मझौली मे निरीक्षण के दौरान सभी शिक्षकों को पढ़ाई मे गति एवं गुणवत्ता लाने हेतु टास्क दिया गया कि बच्चों कि पढ़ाई को योजना बनाकर कराये, प्रत्येक बच्चें कि सभी जानकारी का संकलन शिक्षकों के पास हो जिससे शिक्षकों कि नजर प्रत्येक बच्चें पर बनी रहेगी। डीईओ सोनी के द्वारा पूरा प्लान बनाकर तथा इसको क्रियान्वित कर दिखाने हेतु कहा गया।
निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी विद्यालयों मे वहा के शिक्षक शिक्षिकाओं की बैठक भी लीं तथा प्राचार्य एवं शिक्षक डेली डायरी, स्टूडेंट डेटा रजिस्टर, यूनिट टेस्ट कि जानकारी, बच्चों कि उपस्थिति बढ़ाने की प्रयासों, अर्धवार्षिक परीक्षा पर विस्तृत रूप से चर्चा की। इसके साथ ही अर्धवार्षिक परीक्षा के परिणामो पर भी चर्चा की गयी।
