प्रधान आरक्षक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, शासकीय आवास में अकेले रह रहे थे मनीष

बड़वानी। एमपी के बड़वानी में न्यू डीआरपी लाइन स्थित शासकीय आवास में प्रधान आरक्षक मनीष बामनिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मनीष के आत्महत्या करने की खबर उस वक्त मिली है आज जब उनका भाई मिलने के लिए पहुंचा था। प्रधान आरक्षक के फांसी लगाए जाने की खबर पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। 

                             पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रधान आरक्षक मनीष बामनिया मूल रूप से धार जिले के नर्झली दही के पास के निवासी थे। वह वर्तमान में बड़वानी की न्यू डीआरपी लाइन में बने आरक्षक आवास गृह के सरकारी क्वार्टर में अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी कुक्षी के स्वास्थ्य विभाग में नर्स के पद पर कई सालों से कार्यरत हैं। मनीष ने अपने शासकीय आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आज सुबह जब भाई पहुंचा और आवाज लगाई फिर भी दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद साथ में रहने वाले वीरसिंह ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि मनीष पंखे में रस्सी के सहारे फांसी पर लटका मिला। कुर्सी नीचे गिरी हुई मिली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीरज बब्बर तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई पूरी कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है और पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।


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