जबलपुर। मोतीलाल नेहरू वार्ड में सोमवार को स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया के दौरान आम जनता और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच जबरदस्त विवाद की स्थिति बन गई। जैसे ही टीम मीटर बदलने पहुंची, स्थानीय लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और देखते ही देखते मामला हंगामे में बदल गया।लोगों का आरोप है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली बिल अचानक बढ़ जाते हैं और विभाग बिना सहमति जबरन मीटर बदलने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान भीड़ जमा हो गई और कई लोगों ने अधिकारियों को घेरकर जवाब मांगना शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और समझाइश देकर भीड़ को शांत करने का प्रयास किया।अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर ऊर्जा उपभोग की वास्तविक जानकारी देते हैं और पारदर्शिता सुनिश्चित करते हैं, इसलिए इन्हें लगाना अनिवार्य है। हालांकि लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ और कई बार स्थिति तनावपूर्ण होती नजर आई।
-बिना आश्वस्त हुए नहीं लगवाएंगे मीटर
स्थानीय प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों की शिकायतें सुनीं और कहा कि अगर बिलों में बढ़ोतरी या तकनीकी समस्या की आशंका है, तो विभाग को पहले जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, न कि अचानक घरों पर पहुंचकर मीटर बदलने शुरू कर देना चाहिए।पुलिस और बिजली विभाग के हस्तक्षेप के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन लोगों में स्मार्ट मीटर को लेकर असंतोष अभी भी कायम है। निवासियों ने चेतावनी दी है कि बिना स्पष्ट जवाब और भरोसे के वे स्मार्ट मीटर नहीं लगने देंगे। मामले ने पूरे वार्ड में चर्चा को जन्म दे दिया है और विभाग को अब जनता के बीच भरोसा बहाल करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
