बताया गया है कि सागर निवासी BLO लक्ष्मी जारोलिया निवारी के प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। करीब 10 दिन पहले उन्हें हार्ट अटैक आया। तब से वे सागर और भोपाल के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती रहीं। जिनकी इलाज के दौरान गत दिवस मौत हो गई। परिजनों के मुताबिकए लक्ष्मी जारोलिया चार.पांच साल से बीएलओ का काम कर रही थीं। उनके बेटे देवांशु जारोलिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसआईआर सर्वे के दौरान मां पर अत्यधिक मानसिक दबाव था। उनका मोबाइल सही से नहीं चल रहा था। इस कारण उन्हें तकनीकी कामों में दिक्कत आती थी। इसके बाद भी उनसे सुबह से रात 12 बजे तक रिपोर्ट तैयार करने, फॉर्म भरने और सूचनाएं भेजने का काम कराया जाता था। इसी तनाव में सर्वे के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। सागर अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने हार्ट संबंधी समस्या की पुष्टि की। वहीं रहली तहसीलदार राजेश पांडे ने बताया कि महिला 2021 से हार्ट मरीज थी। इलाज होता रहा है। हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई है।
परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं -
लक्ष्मी जारोलिया परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं। उनके पति की पहले ही मौत हो चुकी। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी और बेटे की शादी हो चुकी है। साथी शिक्षिका रश्मि अहिरवार ने बताया कि वह बोल रही थी कि बीएलओ के काम का दबाव है। उन्हें पहले से कोई बीमारी नहीं थी। स्कूल में साथ पढ़ाती थीं, लेकिन जब से बीएलओ बनीं, तब से वह परेशान थीं। घर-घर जाकर काम करती थी। कुछ समय पहले बीमार हो गईं। मैंने उनसे बात की थी तो उन्होंने बोला था कि मैं बीमार हूं। भोपाल जा रही हूं। इसी बीच उनका निधन हो गया।