जबलपुर। साइंस कॉलेज ग्राउंड पर रामकथा का आयोजन 6 दिसंबर से 14 दिसंबर तक किया जा रहा है। इस कथा के व्यासगद्दी पर मोरारी बापू रहेंगे। कथा वाचन 14 तक चलेगा।
आयोजनकर्तााओं का कहना था कि यह कथा बापू की 968 वीं हैं, जिसे ओशो की जन्मस्थली को समर्पित की जाएगी। इन्होंने बताया कि ओशो ने भंवरताल के मौलश्री वृक्ष के ज्ञान अर्जित किया था, जिससे संस्कारधानी में ओशों का विशेष महत्व है। यहां पहली बार मोरारी बापू की कथा की जा रही है, जो ओशों को समर्पित की जाएगी। गौरतलब है कि ओशों की स्मृति और जयंती के उपलक्ष्य में रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। 1931 में कुचवाड़ा में जन्मे ओशो का यह पवित्र स्थान है। उनकी आंतरिक जागृति की यात्रा यहीं से आरंभ हुई थी। आगामी 11 दिसंबर को आशो जन्मोत्सव पर ध्यान, प्रवचनों के बीच रामकथा का आयोजन किया जाएगा।
