जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल जबलपुर, भोपाल एवं कोटा तीनों मण्डलों के यात्री यातायात में जबर्दस्त उछाल हुआ है. महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में बेहतर प्रदर्शन करते हुए पश्चिम मध्य रेल ने चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से नवम्बर तक यानि आठ माह में यात्री यातयात से 1704 करोड़ 13 लाख रूपये ऑरिजनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया, जो पिछले वर्ष के रेवेन्यू 1609 करोड़ 21 लाख रूपये की तुलना में लगभग 06 प्रतिशत अधिक है।
इस दौरान आरक्षित एवं अनारक्षित मिलाकर कुल 7 करोड़ 79 लाख 51 हजार यात्रियों ने यात्रा की जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 08 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार आठ माह में यात्री यातयात से मंडल स्तर पर जबलपुर मण्डल ने 288 लाख 62 हज़ार यात्रियों से रूपये 650 करोड़ 54 लाख, भोपाल मण्डल ने 277 लाख 31 हज़ार यात्रियों से रूपये 666 करोड़ 26 लाख एवं कोटा मण्डल ने 213 लाख 58 हज़ार यात्रियों से रूपये 387 करोड़ 33 लाख ऑरिजनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया है।
अकेले नवम्बर माह की बात करे तो 211 करोड़ 97 लाख रूपये यात्री यातायात से ऑरिजनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 194 करोड़ 56 लाख रूपये की तुलना में 09 प्रतिशत अधिक है। जिसमें आरक्षित एवं अनारक्षित मिलाकर कुल 95 लाख 44 हजार यात्रियों ने यात्रा की जो गत वर्ष की तुलना में लगभग 02 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार नवम्बर माह में यात्री यातयात से मंडल वाइस बात करे तो जबलपुर मण्डल ने 35 लाख 31 हज़ार यात्रियों से रूपये 79 करोड़ 12 लाख, भोपाल मण्डल ने 34 लाख 28 हज़ार यात्रियों से रूपये 83 करोड़ 45 लाख एवं कोटा मण्डल ने 25 लाख 85 हज़ार यात्रियों से रूपये 49 करोड़ 41 लाख ऑरिजनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया है।
यात्री यातायात बढ़ाने ये प्रयास
- यात्रियों की सुविधा के लिए आईसीएफ कोच के रैक को एलएचबी कोच के रैक कोच सरंचना में परिवर्तित किये जा रहे है।
- स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा हैं।
- पमरे से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि को विस्तारित कर चलाया जा रहा हैं।
- यात्री ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची को क्लीयर करने के लिए अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं।
- पश्चिम मध्य रेल में मिलने वाले प्रायोगिक ठहराव की अवधि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जा रहा हैं।
- अधोसरंचना कार्यों में गति प्रदान कर यात्री ट्रेनों की गति में वृद्धि की गई साथ ही समयपालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
