बजरंग दल ने पकड़े 7 जमाती, पुलिस जांच में जुटी


 पनागर में प्रवेश करने को लेकर उठा 
विवाद, पुलिस ने कहा, जांच के बाद कुछ कहा जायेगा

जबलपुर। जिले के पनागर क्षेत्र में कथित रूप से बिना अनुमति प्रवेश और संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में सात जमातियों को पकड़े जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि ये सभी लोग छिपकर क्षेत्र में दाखिल हुए थे। सूचना मिलने पर स्थानीय हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। मामले के सामने आते ही इलाके में तनाव की स्थिति बन गई, हालांकि पुलिस की तत्परता से हालात को नियंत्रण में रखा गया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ के दौरान उनकी भाषा और गतिविधियों को लेकर संदेह जताया गया। मौके से कुछ धार्मिक पुस्तकें और दस्तावेज भी मिलने की बात कही जा रही है, जिनकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।

दिल्ली के आधार कार्ड और धार्मिक किताबें मिलने का दावा


हिंदू संगठनों का आरोप है कि पकड़े गए सातों व्यक्तियों के पास दिल्ली पते के आधार कार्ड मिले हैं, जिससे यह सवाल खड़ा हो गया कि वे जबलपुर के पनागर क्षेत्र में किस उद्देश्य से आए थे। संगठनों का कहना है कि ये लोग स्थानीय लोगों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे और उनकी गतिविधियां सामान्य नहीं लग रही थीं।सूचना के अनुसार, पकड़े गए लोगों के पास से कुछ धार्मिक पुस्तकें भी बरामद की गई हैं। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अभी तक किसी प्रकार के गैरकानूनी साहित्य या प्रतिबंधित सामग्री की पुष्टि नहीं हुई है। सभी दस्तावेजों और सामानों की विधिवत जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्यों की पुष्टि जरूरी है और फिलहाल मामले को कानून के दायरे में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

पुलिस जांच में जुटी, कानून व्यवस्था बनाए रखने पर जोर

घटना की जानकारी मिलते ही पनागर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी सातों व्यक्तियों को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में किसी गंभीर अपराध की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन क्षेत्र में प्रवेश के उद्देश्य, ठहरने की व्यवस्था और संपर्कों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, लोगों से भी अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सीधे पुलिस को दें। प्रशासन का कहना है कि यदि जांच में किसी प्रकार की अवैधानिक गतिविधि सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, वहीं यदि आरोप निराधार पाए जाते हैं तो संबंधित व्यक्तियों को कानून के तहत राहत दी जाएगी। फिलहाल पूरा मामला जांच के अधीन है और पुलिस हर पहलू से तथ्यों की पड़ताल कर रही है।


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