कोटा रेल मंडल की दरा घाटी में नई सड़क का निर्माण, 40 मीटर का होगा अंडरपास


जबलपुर/कोटा। 
पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल के तहत नेशनल हाईवे 52 पर दरा घाटी में जाम की समस्या को देखते हुए सरकार 10 करोड़ के बजट से अंडरपास का निर्माण कर रही है। आने और जाने का अलग रास्ता बन जाएगा। संकरे रास्ते से वाहनों को निकालने में निजात मिलेगी। साथ ही घंटों के जाम से भी वाहन चालकों को मुक्ति मिलेगी। रेलवे ने वर्कऑर्डर भी जारी कर दिए हैं। अब काम शुरू करवा दिया गया है।

कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ जैन के मुताबिक पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल ने दरा में संकरी पुलिया के समानांतर एक नई सड़क व अंडरपास के निर्माण का निर्णय लिया है। इस परियोजना को केंद्र सरकार से प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। 

यह अंडरपास 40 मीटर लंबा और करीब 6 मीटर ऊंचा होगा। इससे भारी वाहन भी आसानी से गुजर सकेंगे। स्टेट की एजेंसी अलग काम करेगी और हमें रेलवे के हिस्से में सड़क और अंडरपास बनाना है। जहां रेलवे की जमीन है, वहां पर हमने काम शुरू कर दिया है। शेष के लिए अनुमति लेकर काम किया जाएगा।

संकरे रास्ते पर था हाईवे

सीनियर डीसीएम ने बताया कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के इस हिस्से में चार लेन चौड़ा राजमार्ग अचानक संकरे एक.लेन पत्थर निर्मित पुलिया में सिमट जाता है, जिसके कारण सालों से भारी वाहनों की आवाजाही के दौरान लंबा ट्रैफिक जाम, दुर्घटनाओं की आशंका व बरसात में जलभराव हो जाता है। यह मार्ग राजस्थान को मध्यप्रदेश से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है। 

पीडब्ल्यूडी ने कर दिया पैसा ट्रांसफर

सार्वजनिक निर्माण विभाग की नेशनल हाईवे खंड कोटा की अधिशासी अभियंता नीलिमा सिंह के मुताबिक अंडरपास निर्माण के लिए 9.98 करोड़ की स्वीकृति आई थी। इसमें से 9.50 करोड़ में निर्माण सिविल का होना है। 45 लाख रुपए वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस के लिए थे। हमने निर्माण रेलवे से निर्माण कराने के लिए पैसा ट्रांसफर कर दिया है। रेलवे को ही सभी तरह की अनुमति लेनी है, जिसमें वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस भी शामिल है।

Post a Comment

Previous Post Next Post