
जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल व कोटा मंडलों में रेल ट्रेक की अधिकतम स्पीड क्षमता 130 से कहीं ज्यादा होती जा रही है, लेकिन जबलपुर रेल मंडल के इटारसी-जबलपुर-मानिकपुर के बीच अभी भी ट्रेक की क्षमता 110 से अधिक नहीं बढ़ सकी है, किंतु अब इसमें व्यापक सुधार होने जा रहा है और इस दिशा में इंजीनियरिंग विभाग ने काम भी शुरू कर दिया है. रेलवे बोर्ड ने अगले साल 2026 तक इस खंड की स्पीड क्षमता 130 किमी प्रति घंटा करने का टारगेट दिया है.
उल्लेखनीय है कि प्रयागराज-मानिकपुर के बीच 130 किमी प्रतिघंटा की स्पीड की ट्रेक क्षमता तैयार हो चुकी है. किंतु उत्तर भारत को पश्चिम व दक्षिण भारत से सीधे जोडऩे वाले महत्वपूर्ण इटारसी-जबलपुर-मानिकपुर के बीच लगभग 450 किलोमीटर लंबे रेल लाइन में अभी भी 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन चल रही हैं.
130 या इससे अधिक क्षमता के मेटेरियल लगाये जा रहे
रेल सूत्रों के मुताबिक पश्चिम मध्य रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इटारसी-जबलपुर-मानिकपुर के बीच पिछले कुछ समय से लगातार ट्रेक के उन्नयनकरण की दिशा में काम किया जा रहा और जो भी मेटेरियल मंगाये जा रहे हैं, वे 130 या उससे अधिक की स्पीड क्षमता के मंगाकर उसे लगाया भी जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले साल 2026 में यह रेल खंड में 130 की स्पीड से ट्रेनें संचालित हो सकेंगी.
गति बढऩे पर समय की होगी बचत, नई ट्रेनें भी चल सकेंगी
जानकारों का कहना है कि ट्रेक की स्पीड क्षमता बढऩे के बाद इस मार्ग पर ट्रेनें अपना सफर पूरा करने में जहां कम समय लेंगी, वहीं अन्य फास्ट ट्रेनें भी चलाई जा सकेंगी.