जबलपुर। विश्व एड्स दिवस (1 दिसम्बर) के अवसर पर एआरटी प्लस केंद्र, मेडिसिन विभाग, नेताजी सुभाषचंद्र बोस चिकित्सा महाविद्यालय जबलपुर तथा मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में केंद्रीय जेल में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ. वाणी आह्लूवालिया ने बंदियों को एचआईवी, एड्स संक्रमण, रोकथाम और उपचार संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।उन्होंने बताया कि समय पर जांच और नियमित दवाओं से एचआईवी संक्रमित व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकते हैं। शिविर में उन बंदियों को भी विशेष परामर्श दिया गया जो पहले से इस रोग से प्रभावित हैं, ताकि वे ‘पॉजिटिव लिविंग’ का पालन कर बेहतर स्वास्थ्य बनाए रख सकें।डॉ. वाणी ने एचआईवी/एड्स से संबंधित वर्ष 2017 के कानून की प्रमुख प्रावधानों की जानकारी देकर जोर दिया कि संक्रमित व्यक्तियों के प्रति किसी भी प्रकार का भेदभाव कानूनन दंडनीय है। इस पहल का उद्देश्य बंदियों में जागरूकता बढ़ाना और बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा उपलब्ध कराना है।
