सीधी। मध्य प्रदेश के रीवा की लोकायुक्त टीम ने चुरहट एसडीएम के स्टेनो को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। यह कार्रवाई आज 26 दिसम्बर शुक्रवार को लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने चुरहट बीछी रोड स्थित सरयू प्रसाद प्रजापति की किराने की दुकान के बाहर किया है। कार्रवाई के बाद से एसडीएम कार्यालय में हड़कंप मच गया है।
गजेंद्र सिंह पिता स्व. श्यामलाल पटेल 34 वर्ष निवासी पडख़ुरी 586 ने 23 दिसंबर को लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराया कि पडख़ुरी गांव में मेरी पुश्तैनी भूमि है। मेरे भाई सुरेंद्र कुमार पटेल के स्वर्गवास होने के बाद उक्त भूमि को मेरी भाभी ललिता पटेल द्वारा अपने नाम करवा लिया था। पुश्तैनी जमीन होने के कारण स्वर्गीय सुरेंद्र पटेल द्वारा हम दो भाई एवं भतीजा विवेक सिंह के नाम वसीयतनामा दे चुके थे। भूमि का वारसाना हेतु अपील अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तहसील चुरहट को किए। जिस पर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा स्थगन आदेश जारी करा दिया गया था।
स्थगन आदेश को अपने पक्ष में करवाने के लिए जब मैं कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तहसील चुरहट में पदस्थ बाबू रामहित तिवारी से मिला तो उन्होंने मेरे पक्ष में आदेश करवाने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं एवं आदेश निरस्त हो जाने के डर से 25 हजार रुपए पूर्व में ही दे चुके हैं।
शिकायत का प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार द्वारा सत्यापन कराया गया। शिकायत सत्यापन के दौरान आरोपित द्वारा रिश्वत की मांग करना सही पाया गया। जिसके बाद 26 दिसंबर को प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के निर्देशन में टीम गठित कर आरोपित रामहित तिवारी को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया गया है। आरोपित के विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत् मामला पंजीबद्ध किया गया।
