जबलपुर/भोपाल. कड़ाके की ठंड से एमपी में लोग कांप उठे हैं.महाकोशल व बुंदेलखंड में ठंड का असर ज्यादा नजर रहा है. शीतलहर और कोहरे की चपेट में पूरा अधिकांश प्रदेश है. अधिकांश जिलों में जहां न्यूनतम तापमान 10 डिसे से नीचे दर्ज किया गया.
घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर रीवा में देखने को मिला, जहां 50 मीटर के बाद कुछ भी साफ नजर नहीं आया। दतिया और सागर में दृश्यता 200 से 500 मीटर, जबकि ग्वालियर, सतना, जबलपुर और नौगांव में 500 से 1 हजार मीटर के बीच रही। इंदौर, मंडला और खजुराहो में विजिबिलिटी 1 से 2 किलोमीटर दर्ज की गई। भोपाल, उज्जैन, राजगढ़, दमोह और उमरिया में 2 से 4 किलोमीटर तक दृश्यता रही।
कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गयी और जिन लोगों को जरूरी काम थे, वही शीतलहर से निपटने के इंतजाम के साथ घर से बाहर निकले. बाकी लोगों ने घर पर ही रहना बेहतर समझा. मौसम विभाग का कहना है कि ये रेडिएशन फॉग है और हवा के साथ खत्म होता जाता है.
इंदौर का पारा 4.1 डिग्री, शिवपुरी सबसे ठंडा
गुरुवार-शुक्रवार की रात के न्यूनतम तापमान की बात करें तो इंदौर 4.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बड़े शहरों में सबसे ठंडा रहा। वहीं प्रदेश में शिवपुरी सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पारा 4 डिग्री तक गिर गया। राजगढ़ में 5 डिग्री, पचमढ़ी में 5.6, मलाजखंड में 6.8, रायसेन में 7.4 और मंडला में 7.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने दी ये चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले सात दिनों तक प्रदेश में इसी तरह का मौसम बना रहेगा। सुबह-शाम घना कोहरा छाने की संभावना है और ठंड का असर और तेज हो सकता है। लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
